भारी वाहनों के निकलने से दुर्घटना का अंदेशा लगा रहता है। लेकिन महत्वपूर्ण बात यह कि जिम्मेदारों ने यहां कोई संकेतक बोर्ड भी नहीं लगाया है जिससे भारी वाहन दिन में भी शहर के बीच व्यस्तम मार्ग से निकलते है। लेकिन वाहन रुके तो कैसे इसके लिये प्रशासन ने भारी वाहन चालकों को न नोटिस किया और न ही भारी वाहनों का शहर में प्रवेश बंद किया।
कुछ जगह बनी रहती है अतिक्रमण की स्थिति
बस स्टैंड पर जगह का अभाव होने कारण छोटे बड़े वाहन बस स्टैंड के पास से निकलते हुए स्टेट हाइवे पर अव्यवस्थित खड़े रहते है। जिसके कारण भी जाम के हालात हमेशा बने रहते है। उसी में आस्थायी दुकानदारों द्वारा सड़क किनारे अतिक्रमण किये जाने के कारण हालात और खराब रहते है।
भारी वाहनों के प्रवेश पर नहीं है प्रतिबंध
जय स्तंभ से विद्यार्थी चोराहे तक भी दिन के समय में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित नही है। शहर के बीच से निकला उक्त मार्ग काफ ी सकरा है इसके साथ ही इस मार्ग पर बड़ी संख्या में वाहनों की आवाजाही रहती है। किंतु दिन के समय मे ंभारी वाहनों का प्रवेश बंद नही रहने से यहां पर भी जाम के हालात बने
रहते हैं।
यहां से दिन के समय मे भारी वाहनों के प्रवेश बंद करने की मांग कई बार उठ चुकी है। लेकिन उसके बाद भी जिम्मेदार इस और ध्यान नही दे रहे है। जबकि तहसील मुख्यालय के अधिकारी भी निकलते रहते और कई बार बह भी जाम में फ ंसने का शिकार होते है। लेकिन उसके बाद भारी वाहनों कस प्रवेश बंद नही हुआ।