नपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मैंने इन फर्जी कर्मचारियों के वेतन रोकने की बात सूची पर निशान लगाकर कही थी, लेकिन सीएमओ ने नपा के सभी 284 संविदा कर्मचारियों की जुलाई माह की वेतन रोक दी, इससे कर्मचारी बिना पैसे के त्यौहार भी नहीं मना सके। वहीं उन्होंने सीएमओ को बर्खास्त करने के लिए कलेक्टर को भी पत्र दिया है और कहा कि सीएमओ रक्षाबंधन के दो दिन पहले बिना बताए ही चले गए और आज लौटे हैं। शहर को चलाने में सीएमओ की ही मुख्य भूमिका रहती है, लेकिन वह शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे और भृष्टाचार पर लगाम नहीं लग रही है। नपाध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी जिलाध्यक्ष को बता दिया है कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो मैं पार्टी से इस्तीफा दे दूंगी। क्योंकि हमे जनता को जबाव देना पड़ता है और लोग मुझसे जबाव मांगते हैं, इसलिए किस-किस को जबाव दूं।
सीएमओ बोले कलेक्टर और सीईओ के घर भी काम कर रहे कर्मचारी
नपाध्यक्ष के आरोपों पर सीएमओ बीडी कतरोलिया का कहना है कि मेरे आने से पहले विधानसभा प्रश्न लगा था, तब 524 कर्मचारियों की सूची थी। जिसे अध्यक्ष द्वारा रोका गया और अब सूची 284 की रह गई है। जो भी है, वह अध्यक्ष का मेटर है। नपा में अधिकारी-कर्मचारियों के कौन से रिश्तेदार लगाए गए हैं मैं दिखवा लेता हूं। 24 कर्मचारी कहां काम कर रहे हैं, यह भी दिखवा लेता हूं। सीएमओ ने कहा कुछ कर्मचारी कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ के यहां भी काम कर रहे हैं। जांच में जो कर्मचारी दोषी मिलेगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। भृष्टाचार जांच का विषय है और जांच करवाएंगे। पार्टी से इस्तीफा देने और धरने पर बैठने का उनका खुद का मैटर है।