शहर में रात को आंधी आने के साथ बिजली सप्लाई बंद हो गई, जो रात 12 बजे चालू हो सकी। तो वहीं चंदेरी और मुंगावली में रात को साढ़े 11 बजे तेज आंधी आने से बिजली सप्लाई बंद हो गई, शहरी क्षेत्रों में तो रात में ही बिजली चालू हो गई, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के फीडर रातभर बंद रहे। इससे जिलेभर के ग्रामीण क्षेत्र में रातभर अंधेरा रहा। हालांकि रात में बिजली गायब होने से जिले के शहरी क्षेत्रों में सुबह के समय पेयजल सप्लाई देरी से हुई, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादातर हैंडपंप सूखे होने या कम पानी होने से लोगों को ट्यूबवेलों से पानी भरने सोमवार को दोपहर एक बजे तक बिजली आने का इंतजार करना पड़ा। इससे ग्रामीण क्षेत्र में लोग दिनभर पानी की व्यवस्था के लिए भटकते रहे।
जिले में करीब 30 फीसदी रकबे में गेहूं की फसल पककर कटाई के लिए लिए तैयार खड़ी हुई है। रात के समय आई आंधी से गेहूं की बालियां टूटकर गिर गईं। वहीं कई खेतों में थ्रेसिंग के बाद भूसा रखा हुआ था, जो आंधी की वजह से उड़ गया। वहीं कटी रखीं गेहूं की फसल भी उड़ जाने से किसानों को दूसरे दिन सुबह कटे रखे गेहूं को एकत्रित करना पड़ा। किसानों के मुताबिक आंधी की वजह से फसलों में लाखों रुपए का नुकसान हुआ।
इनका कहना है रात के समय क्षेत्र में अशोकनगर, चंदेरी, ईसागढ़ क्षेत्र में करीब 50 जगहों पर आंधी से बिजली के तार टूटे। इससे तीनों जगहों पर सभी 138 फीडर बंद हो गए थे। रात में लाइन को सुधरवाकर बिजली सप्लाई चालू कराई गई। वहीं मुंगावली क्षेत्र में भी करीब 40 फीडर हैं और वहां की जानकारी मुंगावली से ही मिलेगी।
देवेंद्र मेहरा, डीई बिजली कंपनी अशोकनगर इधर, रद्द पैसेंजर नौ दिन के लिए बहाल अशोकनगर. तीन महीने के लिए रद्द की गई रूट की चार पैसेंजर ट्रेनों को रेलवे ने 9 दिन के बहाल कर दिया है। इससे यह चारों पैसेंजर लगातार नौं दिन रूट पर चलेंगी। और इसके बाद फिर से ३0 जून तक के लिए रद्द हो जाएंगी।
रेलवे ने एक अप्रेल से 30 जून तक के लिए 51608 गुना-बीना पैसेंजर और 516 09 बीना-गुना पैसेंजर को रद्द कर दिया था। वहीं बीना-ग्वालियर और ग्वालियर-बीना पैसेंजर को भी छह अप्रेल से 30 जून तक के लिए गुना से बीना के बीच रद्द किया गया था। लेकिन जिले के आनंदपुर में लगने वाले बैसाखी मेले के लिए इन चारों पैसेंजर ट्रेनों को रेलवे ने 9 दिन के लिए रूट पर फिर से बहाल कर दिया है। इससे 10 अप्रेल से 18 अप्रेल तक यह चारों पैसेंजर ट्रेनें रूट पर अपने निर्धारित समय पर चलाई जाएंगी। जिससे यात्रियों को सुविधा मिल सकेगी।