उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा आपके क्षेत्र के विकास का सोचा है और पिपरई को तो सड़कों का जंक्शन बना दिया है। सिंधिया ने कहा कि भाजपा वाले किसानों के कानों में कहकर बहका रहे हैं, इसलिए आप भी पूछें कि 15 लाख रुपए आए क्या? अब समय आ गया है आपको हर एक बात का हिसाब लेने का। केंद्र से मिलने और अपनी बात कहरने किसान महाराष्ट्र से तमिलनाडु से पैदल चलकर आता है। सरकार ने लाठियां बरसाईं। यही भाजपा सरकार किसानों के सीने को गोलियों से छलनी करती है।
यह भी बोले सिंधिया -एक नंबर के झूठे, एक नंबर के नौटंकी बाज हैं यूपी में बैठे योगीजी, दिल्ली में बैठे मोदीजी और शिवराज जी। तीनों इस देश के सबसे बड़े ढ़ोंगीजी हैं। मैं नामदार नहीं, मैं कामदार हूं।
-हमने सूखा की गरमी, दुखों की बारिश, नोटबंदी की सर्दी देखी है। लेकिन अच्छे दिन नहीं देखे, यह बदलाव की घड़ी है। मोदीजी देश में तूफान आ रहा है और आपके दिन रवाना होंगे।
-लोग मेरे पास आते हैं अशोकनगर की माटी को माथे से लगाने, पर दुर्भाग्य है कि यहां पर 15 साल से मुख्यमंत्री नहीं आए। -मेरे प्रिय योगीजी की अशोकनगर में सभा थी, लेकिन वह इतने डर गए कि आए ही नहीं और स्मृति ईरानी को भेज दिया। मैंने अशोकनगर के विकास-प्रगति का बीड़ा उठाया है।
अशोकनगर में स्मृति ईरानी बोलीं-यह चुनाव राहुल के खिलाफ जिसने भारत के टुकड़े होने की बात कहने की हिम्मत की स्मृति ईरानी ने कहा कि यह कोई साधारण चुनाव नहीं, यह चुनाव उस राहुल गांधी के खिलाफ का चुनाव है जिसने इतनी हिम्मत की कि भारत के टुकड़े होने की बात कही। यह चुनाव उस गठबंधन के खिलाफ है, जिसके प्रतिनिधि ने उप्र में कहा कि 50 करोड़ दे दो, मोदी को मौत के घाट उतार दूंगा। यह चुनाव उस कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ है, जिसने यासीन मलिक को महिमा मंडित किया। वो यासीन मलिक जिसने कश्मीर को भारत से अलग करने की बात कही, कश्मीरी पंडितों का निर्दोष खून बहाया और वायुसेना के अफसरों को मौत के घाट उतारा। यह चुनाव उस परिवार के खिलाफ का चुनाव है, जो अयोध्या तक गए लेकिन रामलला के सामने शीश न झुकाया, क्योंकि तुष्टिकरण उनको याद आया। ये चुनाव उन लोगों के खिलाफ चुनाव है जो बंगाल में जय श्रीराम का नारा सुनते ही हिंदुस्तानियों को जेल भेजते हैं। सभा के बाद भाजपा के रंजीत यादव और कांग्रेस नेता देवेंद्र तोमर के बीच बहस भी हो गई।
मुंगावली में शिवराज सिंह बोले-यदि पांच साल जनता के काम किए तो फिर काहे डर रहे हो ज्योतिरादित्य सिंधिया जिले के मुंगावली में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने चुनावी सभा ली। शिवराजसिंह ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा कि ज्योतिरादित्य इतने घबराए हुए क्यों हो। आज राहुल गांधी ग्वालियर आ रहे हैं, वो जा नहीं रहे। यदि पांच साल जनता की सेवा की है तो काहे का डर रहे हो ज्योतिरादित्य। डर इतना कि बसपा के उम्मीदवार को तोड़कर कांग्रेस में शामिल कर लिया। शिवराजसिंह ने कहा कांग्रेस से पूछना चाहता हूं, ज्योतिरादित्य जबाव दीजिए। आपने किसानों को वचन दिया था सरकार बनी तो दस दिन में कर्जा माफ कर देंगे। शिवराज ने कहा कि दिल पर हाथ रखकर बताना कि क्या सब किसानों का कर्जा माफ हुआ क्या? इतने घबराए हुए हैं कमलनाथ और कांग्रेसी, कल मेरे घर सिर पर रखकर पहुंचे बोले कि सूची है जिनका कर्जा माफ हुआ है। मैने सूची देखी तो बैंक की सूची नहीं, कृषि विभाग की सूची दे गए। बताओ कर्जा माफ बैंक करेगी या कृषि विभाग। अरे कमलनाथ बैंक को पैसा जमा कर दो कर्जा माफ हो जाएगा किसानों का।