तेज धूप और भीषण गर्मी होने से इस बार निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को सुविधायुक्त मतदान कराने के निर्देश दिए हैं। जिले में 765 मतदान केंद्र हैं और ज्यादातर मतदान केंद्र स्कूलों में हैं, इससे स्कूलों में एक कमरे में मतदाताओं को बिठाने की व्यवस्था रहेगी। साथ ही प्रत्येक मतदान केंद्र पर टेंट लगाया जाएगा। इसके लिए 600 मतदाता संख्या वाले मतदान केंद्र पर 15 वाय 15 फिट का टेंट और 600 मतदाताओं से अधिक संख्या वाले मतदान केंद्र पर 30 वाय 15 फिट का टेंट लगाकर छाया की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही प्रत्येक मतदान केंद्र ठंडे पानी की व्यवस्था के लिए कम से कम पांच मटके और बड़े मतदान केंद्रों पर आठ मटके रखे जाएंगे। साथ ही जिन केंद्रों पर हैण्डपंप चालू नहीं हैं, वहां पर मटकों को भरने के लिए टैंकर भी रखवाए जाएंगे और इस पानी से मटकों को भरने की व्यवस्था भी की जाएगी। ताकि मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर धूप में खड़े न रहना पड़े और पीने के लिए आसानी से पानी मिल सके। वहीं दल भी एक दिन पहले ही पहुंचा दिए जाते हैं, इससे दलों को गर्मी से बचाने कूलर-पंखों की व्यवस्था भी कराने के निर्देश दिए हैं। केंद्रों पर यह पूरी व्यवस्थाएं शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकाय और ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायतों को करने के निर्देश दिए हैं।
सुबह 6 बजे से शुरू होगा सामग्री बांटने का काम 12 मई को मतदान है, इससे प्रशासन द्वारा एक दिन पहले यानी 11 मई को ही मतदान दलों को सामग्री वितरित कर मतदान केंद्रों पर पहुंचा दिया जाएगा। जिलेभर के सभी 765 मतदान केंद्रों के लिए शहर के नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय पर ही मतदान सामग्री वितरित की जाएगी। इसके लिए सभी कर्मचारियों को सुबह छह बजे बुलाया गया है और कॉलेज परिसर में सुबह छह बजे से मतदान सामग्री वितरित करने का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी रूपेश उपाध्याय के मुताबिक तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए कॉलेज में तीन जगहों से सामग्री बांटी जाएगी। इसके लिए ईवीएम, लिफाफे, लेखा सामग्री और मतदाता सूचियों सहित अन्य दस्तावेज वितरित करने के लिए प्रत्येक विधानसक्षा क्षेत्र के मतदान केंद्रों के लिए तीन-तीन काउंटर बनाए जाएंगे।
ये बोले जिम्मेदार छाया के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर टेंट और ठंडे पानी के लिए मतदान केंद्रों पर पांच से आठ मटके रखे जाएंगे। वहीं जिन मतदान केंद्रों पर हैण्डपंप नहीं है, वहां पर पानी के टैंकर रखे जाएंगे और इस पानी से मटकों को भरा जाएगा। इसके अलावा मतदाताओं को बिठाने स्कूलों में एक कमरा भी खुलवाया जाएगा। मतदान दलों को कूलर-पंखों की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। यह व्यवस्था ग्राम पंचायतों और नगर पालिकाओं को करना है।
अजय कटेसरिया, सीईओ जिला पंचायत अशोकनगर