घटना दोपहर साढ़े 12 बजे भौंराखाती गांव स्थित कांग्रेस नेता नरेंद्र दुबे के फार्म हाउस की है। वहां पर बने कच्चे घर में थ्रेसिंग के बाद गेहूं रखा गया था। साथ ही कृषि का अन्य सामान भी रखा हुआ था। वहां रहने वाले कर्मचारी शांतिलाल कुशवाह ने जब पास में ही स्थित पहाड़ी पर आग लगी देखी तो उसे बुझाने के लिए गया, लेकिन तब तक हवा के साथ आग घर के पास आ गई और घर के छप्पर व तिरपाल में आग लग गई।
तिरपाल में आग लगी देख घर के अंदर बैठी दो महिलाएं भागकर बाहर आईं और तब तक आग बढ़ गई। पास में ही ट्रैक्टर-ट्राली में करीब 25 क्विंटल गेहूं रखा हुआ था। इससे तुरंत ही ट्रैक्टर-ट्राली को उठवाकर दूर खाली में रखवाकर बचाया गया। लेकिन तिरपाल जल-जलकर गेहूं के ढ़ेर पर गिरी, इससे गेहूं जल गया। वहीं घर में रखे बर्तन, पंखे, पानी की पाइप लाइन सहित अन्य सामान भी आग से जल गया। इसके अलावा नींबू और आम के भी कई पेड़ बुरी तरह से आग से झुलस गए और आम के पेड़ों में लगी कच्चे आम भी जलकर टपक गए।
दो दमकल पहुंची, घंटे भर में बुझी आग-
जानकारी मिलते ही करीब आधा घंटे बाद ही शहर से दो दमकल गांव पहुंची और आग बुझाने में जुट गईं। दमकलों को दो बार पानी भरकर ले जाना पड़ा और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
यदि थोड़ी सी भी देर हो जाती तो आग और फैलने की आशंका थी, इससे ज्यादा नुकसान होता। नरेंद्र दुबे का कहना है कि ढ़ेर में नीचे कुछ गेहूं सही बचने का अनुमान है, लेकिन उसे बाहर निकालने के बाद ही नुकसान की स्पष्ट जानकारी मिल पाएगी। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट को बताया जा रहा है, घर के पास से ही बिजली की लाइन निकली हुई है और माना जा रहा है कि उसी की वजह से आग लगी।
पास में ही थी पांच गांव की राशन दुकान-
जिस मकान में आग लगी थी, उसी मकान के पिछले तरफ राशन की दुकान थी। जहां से भौंराखाती, डोंगरा, रातीखेड़ा, अखाई और खैराभान का राशन बंटता है। यदि आग वहां तक पहुंचती तो राशन दुकान में रखे हुए अनाज के भी जलने की आशंका थी। लोगों का कहना है कि यदि आग बुझने में देर हो जाती या फिर से तेज हवा चल जाती तो गेहूं के खाली खेतों में भी नरवाई में आग लगने की आशंका थी।
शहर के टेंचिंग ग्राउंड भी दिनभर भभकती रही आग-
वहीं गुरुवार को शहर के टेंचिंग ग्राउंड पर लगे कचरे और पॉलीथिन के ढ़ेरों में आग लग गई। इससे दिनभर टेचिंग ग्राउंड पर आग भभकती रही और कचरे के ढ़ेरों से धुंआ उठता रहा। लेकिन उस आग को बुझाने के लिए कोई नहीं पहुंचा। जबकि टेंचिंग ग्राउंड के ठीक पास में उद्यानिकी विभाग की नर्सरी है और उसके पास कुछ मकान भी बने हुए हैं। यदि टेंचिंग ग्राउंड में भभक रही आग पर ध्यान नहीं दिया गया तो आसपास आग फैलने की आशंका है।