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19 करोड़ का होगा किसानों को नुकसान, बेतवा के पानी में डूबी 12 गांव की फसल

locationअशोकनगरPublished: Aug 18, 2022 09:29:53 am

Submitted by:

Subodh Tripathi

12 गांवों की 8 हजार बीघा जमीन नदी के पानी में डूबी हुई है और खेत पानी से लबालब होकर तालाब से नजर आ रहे हैं।

19 करोड़ का होगा किसानों को नुकसान, बेतवा के पानी में डूबी 12 गांव की फसल

19 करोड़ का होगा किसानों को नुकसान, बेतवा के पानी में डूबी 12 गांव की फसल

अशोकनगर/मुंगावली. बेतवा नदी में उफान दूसरे दिन भी जारी रहा, जो किनारे से दो किमी चौड़ाई में बह रही है। इससे 12 गांवों की 8 हजार बीघा जमीन नदी के पानी में डूबी हुई है और खेत पानी से लबालब होकर तालाब से नजर आ रहे हैं। इससे फसलें गलकर खराब होने लगी हैं और किसानों की ङ्क्षचता बढ़ गई है। यदि फसलें खराब हुईं तो किसानों को 19.20 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। वहीं रास्ते पर पांच फीट ऊंचाई तक पानी भर जाने से सड़क पर दो दिन से नाव चल रही है।


जिले के मुंगावली क्षेत्र में बेतवा नदी का रौद्र रूप दूसरे दिन भी जारी रहा। क्षेत्र के सांवलहेड़ा, पिपरिया, भोपाल, सेमरखेड़ी, किरोला, मदऊखेड़ी, हुरेरी, निटर्र, बाढ़ौली व बिल्हेरू सहित करीब 12 गांवों की 8 हजार बीघा से अधिक रकबे की फसलें पिछले दो दिन से पानी में डूबी हुई हैं। पानी में डूबी फसलें अब गलने लगी हैं, जिन्हें खराब होते देख किसान परेशान हैं। किसानों के मुताबिक 8 हजार बीघा में चार क्विंटल प्रति बीघा के हिसाब से 32 हजार क्विंटल सोयाबीन का उत्पादन होता, मंडी में सोयाबीन 6 हजार रुपए क्विंटल बिक रहा है और इससे किसानों को 19.20 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। किसानों का कहना है कि जहां पिछले साल फसलें बर्बाद हो गई थीं और इस बार बाढ़ ने किसानों के परिवारों के सपने चौपट कर दिए।


5 फीट पानी से नाव से निकले लोग
मुंगावली-मल्हारगढ़ रोड पर मल्हारगढ़ के निसई व पिपरिया के बीच स्थित पुलिया का पानी खेतों व सड़क पर भर गया है। सड़क पर बुधवार सुबह करीब पांच फिट ऊपर पानी था। इससे दर्जनों गांवों का रास्ता बंद हो गया और ग्रामीणों को सड़क पर नाव चलाना पड़ी। इससे मुख्य सड़क पर ग्रामीण नाव से निकलने के लिए मजबूर हैं। शाम तक सड़क पर पानी भरा रहा और सड़क पर लोग नाव से एक तरफ से दूसरे तरफ जाते नजर आए।


सेमरखेड़ी व बीना मार्ग पर लगाई रोक
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए कलेक्टर आर उमा महेश्वरी ने बुधवार को सेमरखेड़ी व भोपाल गांव का निरीक्षण किया। भोपाल गांव में सड़क पर पानी बहता देख कलेक्टर ने मुंगावली-सेमरखेड़ी मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है तो वहीं बेतवा नदी के कंजिया पुल पर भी आवाजाही पर रोक लगा दी है। साथ ही अधिकारियो को गांवों में नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।


यह भी खास
-जिले में अब तक 717 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 23 फीसदी अधिक व पिछले साल से छह इंच कम है। जिले में बारिश का 81.29 फीसदी कोटा पूरा हो चुका है।
-राजघाट बांध में इनफ्लो घटने से दो गेट बंद कर दिए व चार लाख से घटाकर 2.60 लाख क्यूसेक यानी प्रति सेकेंड 73.62 लाख लीटर पानी 16 गेटों से बाहर छोड़ा जा रहा है।
-15 अगस्त को शाम 6 बजे से उप्र-मप्र के बीच बना अंतर्राज्यीय पुल लगातार 50 घंटे से बंद है, वहीं पानी निकासी की मात्रा को देखते हुए रात में भी रास्ता खुलने की संभावना नहीं।
-कजराई पुल पांच साल पहले स्वीकृत हुआ और पिलरों के कुछ हिस्से बनाकर दो साल पहले ठेकेदार भाग गया, इससे नए पुल का निर्माण बंद पड़ा है व पुराना पुल जर्जर है।

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