पीएचई कार्यालय में पदस्थ हैण्डपंप मैकेनिक सुरेशचंद साहू की 27 मार्च को मौत हो गई। गुरुवार को विभाग के कर्मचारियों और हैण्डपंप मैकेनिकों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया। जिसमें कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि सहायक यंत्री एसके लहारिया कर्मचारियों के साथ तानाशाही व्यवहार और गाली-गलौंच करते हैं। आचार संहिता लागू होने के बावजूद भी सहायक यंत्री ने दबाव बनाकर 27 मार्च को कार्यपालन यंत्री से हस्ताक्षर कराकर मैकेनिक का ट्रांसफर कर भारमुक्त कर दिया।
मैकेनिक करीला मेले की ड्यूटी से लौटा ही था कि ड्यूटी पर उपस्थित न होने की बात कहकर उसे गालियां दीं और वेतन रोकने के निर्देश दे दिए। कर्मचारियों का आरोप है कि इससे सुरेशचंद साहू अत्यधिक तनाव में आ गए और हृदयघात से 27 मार्च को उनकी मौत हो गई। कर्मचारियों ने सहायक यंत्री के विरुद्ध मानसिक प्रताडऩा का प्रकरण दर्ज कराने व उनका स्थानांतरण करने की मांग की है।
चारों विकासखंडों में हैण्डपंपों का संधारण मुझे देखना पड़ता है। परीक्षा में शाढ़ौरा में प्रेक्षक की ड्यूटी मेरी रहती है। चंदेरी छोड़कर जिले के तीन विकासखंडों में ठेकेदारों के माध्यम से हैण्डपंप सुधारने का काम हो रहा है। हैण्डपंप सुधारने कर्मचारियों को ईई साहब के माध्यम से चंदेरी ट्रांसफर करने का आदेश फरवरी में दिया था। 27 मार्च को सभी को भारमुक्त किया था, ताकि हैण्डपंप सुधर सकें। अब इसमें किसी को टेंशन हो जाए तो मुझे क्या पता। कभी मैंने किसी कर्मचारी को गालियां नहीं दी, सभी आरोप झूठे हैं।
एसके लहारिया, सहायक यंत्री पीएचई अशोकनगर