मिनी स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की थी
मुंगावली विधानसभा उपचुनाव के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहर को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की थी। साथ ही दूसरे ही दिन मिनी स्मार्ट सिटी बनाने के लिए शहर का सर्वे कराकर 25 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। इससे लोगों में शहर के खूबसूरत बनने की उम्मीद जाग गई थी, लेकिन निर्माण के दौरान बरती जा रही मनमानी लोगों की उम्मीद पर पानी फेरती नजर आ रही है।
अनदेखी की पोल खोल रहे हैं
कार्य पूर्ण होने से पहले ही निर्माण कार्य उखड़कर घटिया निर्माण और जिम्मेदारों की अनदेखी की पोल खोल रहे हैं। शहरवासियों का कहना है कि यदि इसी तरह से मनमानी पूर्वक घटिया निर्माण कार्य जारी रहे तो जल्दी ही यह निर्माण फिर से गड्ढ़ों में तब्दील होकर आवाजाही में परेशानी का कारण बनेेंगे। कई बार शहरवासी भी निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीरता दिखाने की मांग अधिकारियों से कर चुके हैं, लेकिन लगातार अनदेखी जारी है।
नाराजगी के बाद भी गंभीर नहीं जिम्मेदार-
पिछले महीने ग्वालियर से आए सहायक कार्यक्रम अधिकारी एसके मिश्रा ने मिनी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हो रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सीसी निर्माण, तालाब सौंदर्यकरण, नाला निर्माण कार्य, सिद्धेश्वर बाग सौंदर्यकरण का निरीक्षण किया।
निर्माण कार्य कराया जाएगा
सहायक कार्यक्रम अधिकारी को निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्यों में कई कमियां मिलीं थीं, जिस पर उन्होंने फटकार लगाते हुए उन कमियों को तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। तो वहीं नपा सीएमओ भी कई बार मिनी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का कार्य देख रहे अधिकारियों को घटिया निर्माण रुकवाने और कार्रवाई करने के लिए कई बार पत्र लिख चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों ने गंभीरता नहीं दिखाई। हालांकि अब कंसल्टेंट का कहना है कि उखड़ चुके हिस्सों की जगह फिर से निर्माण कार्य कराया जाएगा।
इन कार्यों से निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवाल-
1. बनकर तैयार हुई और उखड़ गई सीसी रोड-
पोस्टऑफिस से रामलीला मंच तक करीब 25 लाख रुपए की लागत से सीसी रोड बनाई गई है। लेकिन निर्माण पूर्ण होते ही यह सीसी रोड उखड़ गई। हालत यह रही कि निर्माण एजेंसी को कुछ समय बाद ही मरम्मत करना पड़ी। वहीं अब रामलीला मंच के पास सीसी रोड से गिट्टी उखड़कर बाहर आ गई और सड़क में दूर से गड्ढ़ा दिखने लगा है।
2. हाट बाजार के पत्थर भी उखडऩे लगे-
शहर में हाट बाजार बनाया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है। हाट बाजार में जो पत्थर लगाए गए हैं, वह निर्माण के दौरान ही उखडऩे लगे हैं। इससे शहर में मिनी स्मार्ट सिटी के कार्य में घटिया निर्माण की पोल खुल गई है। जबकि हाट बाजार में लोगों की सबसे अधिक भीड़ रहेगी और यदि गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया तो जल्दी ही हाट बाजार क्षतिग्रस्त स्थिति में पहुंच जाएगा।
3. कहीं पेवर्स धंसके तो कहीं टूटकर बिखर रहे-
मिनी स्मार्ट सिटी के तहत चंदेरी रोड पर हाईवे किनारे आकर्षक फुटपाथ तैयार किया जाना है। वहीं सिद्धेश्वर मंदिर पर चल रहे पार्क निर्माण में भी पेवर्स का पाथवे बनाया जा रहा है, ताकि लोग इन पर घूम सकें। लेकिन दोनों ही निर्माण कार्यों में कहीं पेवर्स धंसकने लगे हैं तो कहीं पर पेवर्स टूटकर बिखरने लगे हैं, जबकि दोनों ही जगहों पर अभी निर्माण कार्य चल रहा है।
पेटी कॉन्ट्रैक्टरों के भरोसे चल रहे करोड़ों के निर्माण कार्य-
मुंगावली को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 25 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कार्य चल रहे हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश कार्यों का निर्माण कार्य निर्माण कंपनी द्वारा स्वयं न कर पेटी कॉन्ट्रेक्टरों से कराया जा रहा है।
नतीजतन मुनाफा कमाने के चक्कर में शहर में करोडों रुपए के निर्माण कार्य मनमानीपूर्वक चल रहे हैं और निर्माण के दौरान ही गुणवत्ता की पोल खुलती नजर आ रही है। यदि समय रहते अधिकारियों ने गुणवत्ता पर गंभीरता नहीं दिखाई तो मिनी स्मार्ट सिटी के नाम पर खर्च किए जा रहे यह करोड़ों रुपए मनमानी की भेंट चढ़ जाएंगे और शहरवासियों का मिनी स्मार्ट सिटी का स्वप्र सिर्फ सपना ही बनकर रह जाएगा।
सीसी रोड खराब हो गई है, जिसके खराब हो चुके हिस्से की खुदाई करवाकर चार इंच की फिर से लेयर बनवाई जाएगी।
के पारूल, स्मार्टसिटी इंजीनियर कंसल्टेंट