जिले में जहां गेहूं के पंजीयन तो 35 खरीदी केंद्रों पर कराए गए थे, लेकिन खरीदी करने के लिए खरीदी केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 48 कर दी गई। इससे सैंकड़ों किसानों के पंजीयनों को नजदीक की वजाय ज्यादा दूरी के खरीदी केंद्रों पर ट्रांसफर कर दिए। नतीजतन गेहूं लेकर पहुंचने के लिए आए मैसेजों को देखकर किसानों की चिंता बढ़ गई, क्योंकि उन्हें 30 किमी दूर के खरीदी केंद्र पर गेहूं बेचने के लिए बुलाया। पत्रिका ने सोमवार को प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर किसानों की समस्या बताई, तो सोमवार को मुंगावली विधायक बृजेंद्रसिंह यादव पत्रिका अखबार लेकर जिला आपूर्ति अधिकारी के पास पहुंचे और उन्हें किसानों की समस्या बताई। विधायक ने कहा कि 25 किसान तो मुझसे ही शिकायत कर चुके हैं, जबकि शासन के स्पष्ट निर्देश थे कि किसान के गेहूं की खरीद नजदीक के केंद्र पर ही कराई जाए। लेकिन 30-30 किमी दूर अनाज लेकर पहुंचने में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही विधायक ने यह भी कहा कि यह समस्या सिर्फ मुंगावली क्षेत्र की ही नहीं, बल्कि जिलेभर में है। इसलिए किसानों की समस्या पर गंभीरता दिखाते हुए सुधार किया जाए। इस पर आपूर्ति अधिकारी अनिल पाठक ने उन्हें जल्दी ही सुधार करने की बात कही।
पहले दिन ४ केंद्रों पर 500 क्विंटल की खरीद किसानों की समस्या को देखकर खाद्य विभाग ने खरीदी केंद्रों पर सोमवार से गेहूं की खरीद शुरू करा दी। जिला आपूर्ति अधिकारी अनिल पाठक के मुताबिक सोमवार को चार केंद्रों पर खरीदी शुरू हो गई और शाम तक करीब 500 क्विंटल गेहूं खरीदा जा चुका है। हालांकि 48 में से आधे से ज्यादा खरीदी केंद्र अभी भी ऐसे हैं, जिन पर अभी खरीदी की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है। इससे किसानों को अपना गेहूं बेचने के लिए परेशान होना पड़ रहा है और मजबूरी में किसानों को मंडी में ले जाकर अपना गेहूं बेचना पड़ रहा है।
दो केंद्रों पर दो किसानों का गेहूं हुआ रिजेक्ट सोमवार को शहर के दो खरीदी केंद्रों पर दो किसानों का गेहूं रिजेक्ट कर दिया गया। सुमेर निवासी किसान रामवीरसिंह 8 2 क्विंटल गेहूं लेकर कचनार खरीदी केंद्र पहुंचा, तो वहां केंद्र संचालक ने गेहूं रिजेक्ट कर दिया। सहायक समिति प्रबंधक संतकुमार यादव ने बताया गेहूं में कच्चा हरा दाना था और एफएक्यू क्वालिटी का गेहंू खरीदा जाना है, जिससे उसे रिजेक्ट कर दिया है। वहीं अशोकनगर खरीदी केंद्र पर भी एक किसान के गेहूं को रिजेक्ट किया गया, कचरा होने की वजह से गेहूं का साफ कराया गया और उसके बाद केंद्र पर रख लिया, हालांकि उसकी तौल नहीं हुई।