इसके अलावा प्रदेश में पार्षद चुनाव को लेकर भी अधिकांश जगह उत्साह का माहौल है। जिसके चलते न केवल दावेदार भोपाल तक की दौड़ लगा रहे हैं, बल्कि कई तो ऐसे भी हैं जिन्हें उनकी पार्टी की ओर से अंदरूनी हरी झंडी मिल गई है, वहीं कुछ जगहों पर तो राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों से मजबूत निर्दलीय दावेदारों को माना जा रहा है।
दरअसल अशोकनगर में इस बार ग्राम पंचायतों में पंच बनने के लिए ग्रामीणों ने खास रुचि देखने को नहीं मिली है। जिसके कारण जिले में 2274 पंच पद खाली रह गए, जो कुल पदों की तुलना में 45.5 फीसदी है। पंच पद खाली रहने से इस बार ग्राम पंचायतों में कोरम पूरा नहीं होगा। साथ ही कई जगह तो उपसरपंच का पद भी खाली रहने का अनुमान है।
जिले की 328 ग्राम पंचायतों में जहां 326 सरपंच पदों पर 2313 नामांकन भरे गए तो वहीं 4995 पंच पदों में से 2721 पंच पदों पर 3145 नामांकन जमा हुए। जिनमें से ज्यादातर पंच निर्विरोध चुने गए तो वहीं कई पदों पर चुनाव है। हालांकि 2274 पंच पदों पर एक भी नामांकन फॉर्म जमा नहीं हुआ। इससे यह पद खाली रह गए और अब छह महीने बाद ही इन खाली पदों पर चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो सकेगी। पंच पदों पर नामांकन न भरने का कारण बिजली कंपनी से नोड्यूज न मिलना मुख्य कारण रहा।
रात साढ़े नौं बजे तक जारी रहीं संवीक्षा: पंचायत चुनाव में पंच, सरपंच, जनपद सदस्य व जिला पंचायत सदस्य पर भरे गए नामांकन फॉर्मों की सुबह साढ़े 10 बजे से शुरु हुई संवीक्षा रात 9 बजे के बाद भी जारी रही। इससे अभ्यर्थी अपने नामांकन की जांच होने का इंतजार करते रहे तो वहीं कई लोग आपत्ति लगाने तो वहीं अभ्यर्थी आपत्तियों के जवाब में दस्तावेज लेकर खड़े अपनी बारी का इंतजार करते रहे।
इधर, अंदरूनी तरीके से मिली कई को हरी झंडी तो कहीं निर्दलीयों पर नजर
वहीं दूसरी ओर अशोकनगर में इस बार नगरीय निकायों में अध्यक्ष का चुनाव पार्षद करेंगे। इससे पार्षद बनने के लिए भाजपा-कांग्रेस में कई दिग्गज चुनाव लडऩे की तैयारी में है। इसके लिए दावेदार भोपाल तक दौड़ लगा रहे हैं, इससे कई दावेदारों को तो अंदरूनी हरी झंडी मिल गई है तो शहर के कई वार्डों पर राजनीतिक दलों की नजर मजबूत निर्दलीय दावेदारों पर है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अभ्यर्थिता वापसी की प्रक्रिया व निर्वाचन चिन्ह आवंटन होने की प्रक्रिया के बाद नगरीय निकाय चुनावों के लिए नामांकन फॉर्म भरने का काम शुरु हो जाएगा। सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक दल 14 जून तक अपने पार्षद प्रत्याशी तय कर देंगे, लेकिन 22 वार्डों वाले शहर में राजनैतिक दलों की नजर कई वार्डों में मजबूत निर्दलीय दावेदारों पर है, इससे निर्दलीय दावेदारी कर रहे लोगों को राजनीतिक पार्टियां चुनाव में टिकट दे सकती हैं। इसके लिए कई निर्दलीय दावेदारों पर नजर रखी जा रही है।
सोशल मीडिया पर ऐसे दिखा रहे दावेदारी
जिले में छह नगरीय निकायों पर चुनाव होना है, जिसमें पार्षद पद के दावेदार सोशल मीडिया पर विभिन्न तरह से दावेदारी दिखा रहे हैं। एक दावेदार ने महाभारत के धृतराष्ट्र व संजय के चित्र के माध्यम से अपनी दावेदारी दिखाई है तो वहीं राज्यमंत्री बृजेंद्रसिंह यादव व उनकी पत्नी के फोटो को भी सोशल मीडिया पर इस तरह दिखाया है कि जैसे राज्यमंत्री अपनी पत्नी से पार्षद दावेदार के बारे में चर्चा कर रहे हों।