दरअसल मुंगावली विधानसभा सीट पर से अब तक भरे गए कुल 17 नामांकन पत्रों में 3 उम्मीदवारों की ओर से 2-2 नामांकन पत्र भरे गए है। इस तरह 14 अभ्यर्थियों द्वारा अपने एक—एक नामांकन पत्र प्रस्तुत किए गए थे। नामांकन पत्र भरने के बाद इनकी संवीक्षा की गई, जिसमें सभी नामांकन सही होना पाए गए थे। इन नामांकनों के सही होने के बाद अब नामांकन वापिसी के लिए 9 फरवरी तक का दिन है। इस दिन उम्मीदवारों द्वारा अपने नाम वापिस लिए जा सकते हैं।
कौन अभ्यर्थी अपना नामांकन वापिस लेगा, कौन नहीं लेगा, इसके लिए भी पूरे दिन जोड़-तोड़ चल रही है। उम्मीदवारों के चुनाव मैदान में खड़े रहने से कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अपने-अपने लाभ-हानि की समीक्षा करते दिखे।
वहीं सूत्रों का कहना है कि कई उम्मीदवारों को मनाने के दौर भी चल रहा है। लेकिन सही स्थिति आज शाम तक तय हो जाएगी। जब उम्मीदवारों के चुनाव मैदान में होने का फैसला होगा। यदि किसी भी अभ्यर्थी द्वारा नामांकन वापिस नहीं लिए गए तो इस चुनाव में सभी अभ्यर्थी उम्मीदवारी की ताल ठोककर मैदान में डंटे रह सकते है। रिटर्निंग अधिकारी द्वारा राजनैतिक दलों के अभ्यर्थियों के बाद निर्दलीय अभ्यर्थियों को चुनाव चिन्हित आबंटित किए जाएंगे।
क्रिटीकल मतदान केन्द्रों की संख्या घटी
मुंगावली विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर अभी तक 264 मतदान केन्द्रों में से 133 मतदान केन्द्र क्रिटीकल होना बताए गए थे लेकिन इन मतदान केन्द्रों की संवीक्षा के बाद 19 मतदान केन्द्र सामान्य होना पाए गए हैं जिसके बाद क्रिटीकल मतदान केन्द्रों की संख्या 133 से घटकर 114 पर पहुंच गई है।
मुंगावली विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर अभी तक 264 मतदान केन्द्रों में से 133 मतदान केन्द्र क्रिटीकल होना बताए गए थे लेकिन इन मतदान केन्द्रों की संवीक्षा के बाद 19 मतदान केन्द्र सामान्य होना पाए गए हैं जिसके बाद क्रिटीकल मतदान केन्द्रों की संख्या 133 से घटकर 114 पर पहुंच गई है।
आंध्रप्रदेश के अधिकारी आएंगे
आंध्रप्रदेश के चीफ इलेक्शन ऑफिसर भंवरलाल 9 फरवरी को अशोकनगर जिले के मुंगावली विधानसभा क्षेत्र में पहुच रहे है। वह वहां मुंगावली विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे। वहां मतदान से पहले की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे और जिले के निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर बीएस जामोद से चर्चा करेंगे।
आंध्रप्रदेश के चीफ इलेक्शन ऑफिसर भंवरलाल 9 फरवरी को अशोकनगर जिले के मुंगावली विधानसभा क्षेत्र में पहुच रहे है। वह वहां मुंगावली विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे। वहां मतदान से पहले की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे और जिले के निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर बीएस जामोद से चर्चा करेंगे।
जागरूकता रथ से किया जा रहा जागरूक :
निर्वाचन आयोग द्वारा जिले को प्रदत किये गये जागरूकता रथ के माध्यम से गांव गांव में पहुंचकर मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही मतदान के प्रति लोगों में रूझान बढाने के लिए एलईडी के माध्यम से फिल्म का प्रसारण किया जा रहा है। मतदाता जागरूकता रथ के माध्यम से मतदान के प्रति रूचि लेकर जानकारी प्राप्त कर रहे है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एवं वीवीपेट मशीन के बारे में जानकारी ले रहे है।
निर्वाचन आयोग द्वारा जिले को प्रदत किये गये जागरूकता रथ के माध्यम से गांव गांव में पहुंचकर मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही मतदान के प्रति लोगों में रूझान बढाने के लिए एलईडी के माध्यम से फिल्म का प्रसारण किया जा रहा है। मतदाता जागरूकता रथ के माध्यम से मतदान के प्रति रूचि लेकर जानकारी प्राप्त कर रहे है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एवं वीवीपेट मशीन के बारे में जानकारी ले रहे है।
28 फरवरी को मतगणना:
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मुंगावली विधानसभा उपनिर्वाचन 2018 के लिए नियुक्तच प्रेक्षक राजेश कुमार स्थानीय रेस्ट हाउस अशोकनगर में रूके हुए है । प्रेक्षक 28 फरवरी को होने वाली मतगणना तक यहां रहेगें । निर्वाचन के संबंध में राजनैतिक दलों के पदधिकारियों, सदस्यों एवं आमजनों तथा निर्वाचन लड़नें वाले अभ्यार्थियों से मिलने के लिए सोमवार से शुक्रवार प्रातः 10 बजे से प्रातः 11 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मुंगावली विधानसभा उपनिर्वाचन 2018 के लिए नियुक्तच प्रेक्षक राजेश कुमार स्थानीय रेस्ट हाउस अशोकनगर में रूके हुए है । प्रेक्षक 28 फरवरी को होने वाली मतगणना तक यहां रहेगें । निर्वाचन के संबंध में राजनैतिक दलों के पदधिकारियों, सदस्यों एवं आमजनों तथा निर्वाचन लड़नें वाले अभ्यार्थियों से मिलने के लिए सोमवार से शुक्रवार प्रातः 10 बजे से प्रातः 11 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।