बुधवार को नपा की बैठक हुई, जिसमें अंडरब्रिज का निर्माण कराने की मांग सहित शहर विकास के 29 प्रस्ताव रखे गए। बैठक में ज्यादातर प्रस्ताव तो पास हो गए, लेकिन कई प्रस्ताव अटक गए। नपा ने सड़कों को धूल मुक्त करने के लिए धूल मशीन खरीदने का प्रस्ताव बैठक में रखा तो पार्षद सत्येंद्र यादव ने कहा कि उनके वार्ड में सड़कें स्वीकृत हैं और टेण्डर भी हो चुके हैं लेकिन ठेकेदार इन सड़कों का निर्माण शुरू नहीं कर रहा है। यही स्थिति अन्य कई वार्डों में भी है, पार्षद ने कहा कि जब सड़क ही नहीं बनेंगी तो धूल मशीन क्या करेगी। अन्य पार्षदों ने कहा कि पहले वार्डों में स्वीकृत सड़कों का निर्माण कराया जाए, नहीं तो यह धूल मशीन रखी हुई ही खराब हो जाएगी। इससे धूल मशीन की खरीदी का प्रस्ताव रुक गया। सीएमओ का कहना है कि इस प्रस्ताव को अगली मीटिंग में रखा जाएगा। वहीं संविदा पर तीन उपयंत्री रखने के प्रस्ताव को पार्षदों ने यह कहकर रोक दिया कि पहले मीटिंग में उनके नाम और आवेदन बताए जाएं कि इन लोगों को संविदा पर रखा जा रहा है। इससे यह प्रस्ताव भी रुक गया और अगली मीटिंग में नाम रखने की बात कही।
पानी की टंकी पर ऑनलाइन रखेंगे नजर पेयजल सप्लाई के लिए शहर में पांच पानी की टंकियां है। नपा ने उन टंकियों पर की ऑटोमैटिक मॉनीटरिंग और संचालन के लिए पीएलसी-एसीएडीए सिस्टम लगाने का प्रस्ताव पारित किया है। सीएमओ बीडी कतरोलिया के मुताबिक किस टंकी में कितना पानी है, यह सिस्टम लग जाने से नपा को यह जानकारी मोबाइल पर मिल जाएगी। इससे शहर में पेयजल सप्लाई पर नजर रखी जा सकेगी और टंकी में पानी घटते ही उसे भरने का काम शुरू हो जाएगा। वहीं शहर में एक और पार्क का निर्माण कराने और तुलसी सरोवर में मिलने वाले नाले का निर्माण कराने का भी निर्णय लिया गया।
महाराणा प्रताप नाम से पहचानी जाएगी गुना रोड नपा ने शहर की सड़कों और गलियों के नामकरण का भी प्रस्ताव पारित किया। जिसमें गुना रोड का नाम महाराणा प्रताप के नाम से और ईसागढ़ रोड पुराना चुंगी नाका के पास की सड़क अग्रसेन महाराज के नाम से और कबाड़े वाली गली का नाम सेन महाराज कॉलोनी करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा तुलसी सरोवर की छरार का निर्माण कराने का भी निर्णय हुआ और कई हैण्डपंप खनन कराने का भी निर्णय लिया गया।