शहर के बडे ओवरब्रिज की करीब आठ महीने पहले सफाई हुई थी और ब्रिज को धोया गया था। लेकिन फिर से धूल की समस्या बढ़ जाने से नपा ने सोमवार से यह विशेष अभियान ओवरब्रिज से ही शुरू किया है। इसके लिए सभी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सोमवार को करीब तीन घंटे तक ओवरब्रिज पर साफ-सफाई की गई और कर्मचारियों ने बारीक धूल को भी झाडुओं से हटवाया। सीएमओ शमशाद पठान ने बताया कि गांधी पार्क, इंदिरा पार्क, स्टेशन रोड और कलेक्ट्रेट रोड पर विशेष रूप से काम किया जाएगा। सड़क किनारे एकत्रित होने वाली धूल को भरकर दूर फेंकने की योजना है। ताकि शहर की सड़कों पर धूल कम हो सके। इसके अलावा शहर की अन्य सड़कों और गलियों में भी यह अभियान चलेगा।
वायपास निर्माण शुरू, कॉलेज तरफ पहली परत डाली
अशोकनगर. वर्षों से जर्जर पड़ी शहर की वायपास रोड पर धूल की समस्या से परेशान लोगों को निर्माण की गति बढऩे से राहत मिलती नजर आ रही है। निर्माण के लिए उखड़ी इस सड़क पर निर्माण कंपनी ने कॉलेज की तरफ वाली एक परत डाल दी है। इससे अब लोगों को जल्दी ही एक तरफ सीसी रोड बनने की उम्मीद जाग गई है।
वायपास रोड जिले की सबसे व्यस्त सड़क है, जहां से 24 घंटे में रोजाना 10 हजार से ज्यादा वाहन निकलते हैं। इससे उखड़ी हुई सड़क पर वाहनों की आवाजाही से धूल के गुबार उडऩे लगते हैं, वहीं हल्की बारिश होते ही कीचड़ की समस्या गंभीर हो जाती है और वाहन फिसलने लगते हैं। लेकिन सोमवार को निर्माण कंपनी ने वायपास रोड पर एक परत बना दी। हालांकि अभी इस परत पर सीसी होना बाकी है। इससे वायपास पर एक तरफ सीसी रोड जल्दी ही बनने की संभावना है।
एफओबी पर फिर लगा डेढ़ घंटे तक जाम, स्कूली छात्र भी फंसे रहे
अशोकनगर. शहर के एफओबी पर जाम की समस्या से निजात मिलती नजर नहीं आ रही है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे अचानक दोपहिया वाहनों की संख्या बढऩे से एफओबी पर जाम लग गया और करीब डेढ़ बजे तक जाम लगा रहा। इससे वाहनों के पहिए थम गए और स्कूली वाहन भी जाम में फंस गए। इससे वाहन चालकों के साथ छात्र-छात्राओं को भी जाम की समस्या से परेशान होना पड़ा।
हालांकि बाद में यातायात पुलिस ने वाहनों को एफओबी से निकलवाया, इसके बाद ही जाम खुल सका और फिर से यातायात चालू हो सका। यह एक दिन की समस्या नहीं, बल्कि शहर में लगभग रोजाना ही लोग जाम की समस्या से परेशान हैं, फिर भी इस गंभीर समस्या से निजात के लिए कोई योजना तक तैयार नहीं की गई है। नतीजतन लोगों को घंटों तक जाम में फंसे रहकर परेशान होना पड़ता है।
सभी रास्तो से वाहन आते ही लग जाता है जाम-
शहर में गांधी पार्क पर पांच सड़कों से तो बड़ी संख्या में वाहन आते ही हैं, वहीं अन्य गलियों से भी वाहनों की संख्या बढ़ जाती है। वहीं पछाड़ीखेड़ा रोड पर भी एफओबी पर पांच रास्ते हैं। दोनों ही तरफ के इन सभी रास्तों से वाहनों आने से एफओबी पर जाम लग जाता है, क्योंकि यह वाहन एफओबी पर प्रवेश करने के लिए बेतरतीव तरीके से निकाल जाते हैं, इससे अन्य वाहन फंस जाते हैं।