अशोकनगर

प्राथमिक स्कूल के किचन में धुआं, खाना बनाने की मजबूरी में लाल हो रहीं आंखें

– गैस कनेक्शन के रुपए नहीं मिले,
– रसोई में भरा मिला धुआं,
– आंगनबाड़ी में 47 में से 15 विद्यार्थी मिले उपस्थित…

अशोकनगरOct 12, 2019 / 02:53 pm

दीपेश तिवारी

प्राथमिक स्कूल के किचन में धुआं, खाना बनाने की मजबूरी में लाल हो रहीं आंखें

अशोकनगर। मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के एक प्राथमिक स्कूल के किचन में धुआं भरा हुआ था। अंदर कुछ महिलाएं मिट्टी के चूल्हों पर खाना बना रही थीं। उनकी आंखें धुएं से लाल पडऩे से आंसू बह रहे थे।
एक तरफ केन्द्र सरकार उज्जवला योजना के तहत महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाने का दावा कर रही है और दूसरी ओर स्कूलों में अभी भी मिट्टी के चूल्हों पर खाना बनाया जा रहा है।
यह नजारा अमाही पछार गांव के प्राथमिक स्कूल में नजर आया। यहां अपर कलेक्टर डॉ. अनुज रोहतगी सहित अन्य अधिकारी गांव का निरीक्षण करने पहुंचे थे।

किचन में धुआं भरा देख अपर कलेक्टर ने महिलाओं से बात की तो कुसुमबाई कुशवाह व उर्मिला कुशवाह ने बताया कि वे कई सालों से मिट्टी के चूल्हे पर ही खाना बना रही हैं।
कमरे में भरे धुएं में ही उन्हें खाना बनाना पड़ता है। इससे उनकी आंखें खराब हो रही हैं। आंखों में जलन होती है और लगातार आंसू निकलते हैं। अपर कलेक्टर ने जिम्मेदारों को फटकार लगाई और सचिव हरिराम साहू को दो दिन में गैस सिलेंडर मुहैया करवाने के निर्देश दिए।
महिलाओं ने किचन शेड की छत से पानी टपकने और दो महीने से मजदूरी नहीं मिलने की शिकायत भी की। इस दौरान पता चला कि स्कूल में गैस सिलेंडर मुहैया करवाने के लिए 6 अगस्त 2019 को आदेश हो गए थे।
राशि स्वीकृत होने के बावजूद दो महीने तक सिलेंडर उपलब्ध नहीं करवाया गया। इसको लेकर अपर कलेक्टर ने डीइओ आदित्य नारायण मिश्रा को भी आड़े हाथों लिया।

गांव में लगाई चौपाल
यह निरीक्षण ‘आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत किया गया था। अधिकारियों ने धान व फूलों की खेती को लेकर खुशी जाहिर की। इसके साथ ही अमाही तालाब का भी निरीक्षण किया।
यहां ग्रामीणों ने एक फुट ऊंचाई बढ़ाने की मांग रखी। उन्होंने बोरी बंधान करवाने की बात कही। इस दौरान कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा जिपं सीइओ अजय कटेसरिया, एसडीएम सुरेश जादव व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
तूमैन में लगाया शिविर
आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत तूमैन में शिविर का आयोजन किया गया। यहां ग्रामीणों ने विभिन्न प्रकार की समस्याओं से संबंधित 225 आवेदन दिए।

जिनमें से 85 आवेदनों को मौके पर निराकरण किया गया। शेष आवेदन समय सीमा निर्धारित करते हुए संबंधित विभागों को भेज दिए गए। शिविर में विभागों द्वारा शासन द्वारा संचालित शासकीय योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी गई। इसमें विधायक जजपालसिंह जज्जी भी शािमल हुए।
आंगनवाड़ी में भी मिलीं अनियमितताएं
आंगनबाड़ी केंद्र पर भी अनियमितताएं नजर आईं। केन्द्र पर 47 बच्चे दर्ज हैं, लेकिन 15 बच्चे ही उपस्थित मिले। सहायिका ने बताया कि यहां एक साल से कार्यकर्ता का पद रिक्त हैं। जिससे समस्या आ रही है।
बच्चों के साथ कुछ महिलाएं भी केन्द्र पर मिलीं। उन्होंने बताया कि वे मजदूरी पर जाती हैं, लेकिन आज नहीं गईं। केन्द्र के बच्चे न तो जानवरों के नाम बता पाए और न ही रंगों की पहचान।
अब तक नहीं मिली गणवेश की राशि
किचन शेड के बाद स्कूल की बारी आई। यहां पता चला कि अभी तक बच्चों को गणवेश की राशि नहीं मिली है। एडीएम, डीइओ व डीपीसी ने अलग-अलग कक्षाओं का निरीक्षण किया तो उसमें छात्र संख्या कम पाई गई।
जिस पर एडीएम ने नाराजगी जताई। स्कूल की प्रभारी आशा कौशल ने बताया कि तूमैन बैंक में छात्रों की गणवेश की राशि के लिए सूची दी है। शौचालय पर छत डलवाने के निर्देश पंचायत सचिव को दिए।
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