scriptचना-मसूर की खरीदी का न कोई आदेश आया और ना ही केंद्र बने | No order was made for the purchase of gram-lentil and neither became a | Patrika News

चना-मसूर की खरीदी का न कोई आदेश आया और ना ही केंद्र बने

locationअशोकनगरPublished: Mar 21, 2019 09:22:29 am

Submitted by:

Manoj vishwakarma

25 मार्च से होगी गेहूं की खरीदी: गेहूं की हर बोरी पर दर्ज रहेगा किसान कोड, बोरियां वेयर हाउस में जमा होते ही भुगतान के लिए पहुंचेगा किसान का नाम
 

अशोकनगर. समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी तो 25 मार्च से शुरू हो जाएगी, लेकिन चना, मसूर और सरसों की खरीदी पर असमंजस बना हुआ है। समितियों ने किसानों के पंजीयन तो करा लिए हैं, लेकिन इनकी खरीदी के लिए अब तक न तो कोई आदेश आया और न हीं जिले में कोई खरीदी केंद्र बने हैं। इससे चना, मसूर और सरसों की खरीदी अभी शुरू नहीं हो पाएगी और इसके लिए अधिकारियों को आदेश मिलने का इंतजार है।
गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी करने के लिए जिले में 35 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। साथ ही सभी केंद्र संचालकों को खाद्य विभाग और नागरिक आपूर्ति निगम ने 25 मार्च से केंद्रों पर खरीदी शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। हालांकि केंद्र संचालकों का कहना है कि रंगपंचमी का त्यौहार होने से जिले में 25 मार्च से खरीदी शुरू नहीं हो पाएगी। वहीं जिले में अभी किसानों की गेहूं की फसल की कटाई शुरू हुई है और कटाई व थ्रेसिंग कराकर साफ करने के बाद किसान गेहूं को खरीदी केंद्रों पर ले जाना शुरू करेंगे। केंद्र संचालकों का कहना है कि इक्का-दुक्का किसानों का तो आना शुरू हो जाएगा, लेकिन एक अप्रैल से सही तरीके से खरीदी केंद्रों पर अनाज पहुंचना शुरू होगा।
चना-मसूर बेचने असमंजस में किसान

खरीदी करने वाली समितियों पर पहुंचकर किसानों ने गेहूं के साथ अपने चना, मसूर और सरसों के पंजीयन तो करा लिए, लेकिन जिले में चना, मसूर व सरसों फसल की खरीदी की अब तक कोई व्यवस्था नहीं हुई है। वहीं अधिकारी भी शासन से आदेश न आने की बात कह रहे हैं। इससे किसान फसल बेचने के लिए असमंजस में हैं कि समर्थन मूल्य पर चना, मसूर व सरसों की खरीदी होगी भी या नहीं।
बोरियां जमा होने के बाद मिलेगा भुगतान

खाद्य विभाग के मुताबिक इस बार गेहूं खरीदी जेआईटी (जस्ट इन टाइम) सॉफ्टवेयर के माध्यम से होगी। जिसकी बुधवार को खरीदी केंद्र संचालकों और ऑपरेटरों को ट्रेनिंग दे दी है। केंद्र पर गेहूं आते ही एफएक्यू क्वालिटी जांच होगी। इसके बाद गेहूं को लॉग-इन से स्वीकार करेगा। बोरियां भरे जाने और तौल व सिलने के बाद सॉफ्टवेयर पर रैडी टू ट्रांसपोर्ट पर जाकर अनाज की जानकारी देना होगी और बोरियों पर किसान कोड़ दर्ज होगा। गेहूं की बोरियां वेयर हाउस पर जमा होने वेयर हाउस सॉफ्टवेयर पर स्वीकृति देगा। जिस किसान का गेहूं जमा हुआ, उस किसान के खाते में सीधे ही भोपाल से राशि आएगी।
ये बोले जिम्मेदार

25 मार्च से जिले में गेहूं की खरीदी होगी, इसके लिए 33 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। जेआईटी सॉफ्टवेयर के माध्यम से गेहूं की खरीदी होगी, इसके लिए केंद्र संचालकों व कंप्यूटर ऑपरेटरों को प्रशिक्षण दिया गया है।
एमएस राठौर, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी अशोकनगर

गेहूं की खरीदी 25 मार्च से शुरू होगी। चना, मसूर व सरसों की खरीदी के अब तक कोई आदेश नहीं आए हैं। इससे खरीदी केंद्र भी नहीं बने हैं। जल्दी ही शासन से आदेश आने की संभावना है।
आरएस सोलंकी, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम अशोकनगर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो