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मनमानी: अच्छी भली गलियों में पाइप सुधार के नाम पर गड्ढे खोदकर छोड़ देती है नपा

locationअशोकनगरPublished: Jan 24, 2021 01:02:17 am

Submitted by:

Bharat pandey

पेजयल लाइन डालने खोदीं शहर 22 गलियां, पर काम के बाद सुधारी एक भी नहीं

मनमानी: अच्छी भली गलियों में पाइप सुधार के नाम पर गड्ढे खोदकर छोड़ देती है नपा

मनमानी: अच्छी भली गलियों में पाइप सुधार के नाम पर गड्ढे खोदकर छोड़ देती है नपा

अशोकनगर। पेयजल लाइन बिछाने या लीकेज सुधारने के नाम पर नपा ने शहर की 22 गलियों में गड्ढे तो खोद दिए, लेकिन काम पूरा हो जाने के बाद सुधारा एक भी गली को नहीं। नतीजतन लोग लाइन से उखड़े पेवर्से के गड्ढ़ों व सीसी पर बीच में खुदी खाई के बीच निकलने मजबूर हैं। इस दौरान लोग जल्दबाजी में निकलते समय कई बार चोटिल भी हो चुके, लेकिन शिकायतों के बाद भी नपा और जनप्रतिनिधि कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

पत्रिका ने शहर की 50 गलियों के हालात जाने, जिनमें से 22 गलियां ऐसी मिलीं जिन्हें नपा ने पाइप लाइन बिछाने या लीकेज सुधारने के नाम पर जगह-जगह खुदाई कर गड्ढों में तब्दील कर दिया है, जबकि इन्हीं गलियों में खुदाई से कुछ समय पहले ही लाखों रुपए खर्च करके सीसी रोड या पेवर्स रोड बनाए गए थे। तायड़े कॉलोनी, दुर्गा कॉलोनी, शांतिनाथ क्षेत्र हो या सोनी कॉलोनी, सरस्वती कॉलोनी, टीचर्स कॉलोनी सहित अन्य कॉलोनी, ज्यादातर जगह यही हाल हैं। जहां निर्माण पर लाखों रुपए खर्च के बावजूद भी लोगों को गड्ढों में तब्दील गलियां ही मिलीं। खास बात यह है कि इस मनमानी पूर्वक की गई खुदाई से खराब हुई गलियों व सडक़ों की मरम्मत की कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।


कारण: बिना योजना चल रहा मनमाना काम
शहरवासियों का कहना है कि जहां वर्षों तक इंतजार करने के बाद उनकी गलियों में निर्माण कार्य होता है, लेकिन कुछ समय बाद ही किसी न किसी काम के बहाने गलियों को खोद दिया जाता है। कारण है बिना योजना के चल रहा मनमाना काम। शहरवासियों का कहना है कि यदि नपा को जिस गली में सीसी या पेवर्स रोड बनवाना है तो पहले ही उसमें लाइन या अन्य जरूरी कामों को निपटा लेना चाहिए, इसके बाद निर्माण करना चाहिए, लेकिन पहले निर्माण करके बाद में उस पर अन्य काम के नाम पर खुदाई होती है।


यह हैं शहर की गलियों के हालात

1. निर्माण के तीन माह बाद ही खोद दी गली
तायड़े कॉलोनी से राव माधव स्कूल की तरफ जाने वाली में लंबे इंतजार के बाद सीसी रोड बना, लेकिन तीन महीने बाद ही पेयजल लाइन के नाम पर गली को खोद दिया गया। छह माह बाद पाइप लाइन डालने के बाद गली को भरा ही नहीं, इससे बीच में गहरी खाई सी बनी हुई है और लोगों को निकलने में परेशानी होती है, जबकि यहां से रोजाना सैंकड़ों लोग निकलते हैं।

2. घरों के आगे खुला नाला, रखे पत्थर
वार्ड क्रमांक 22 की सरस्वती कॉलोनी में घरों के आगे खुला नाला बना हुआ है। रहवासी सौरभ जैन का कहना है कि लोगों ने खुद ही अपने घरों के सामने नाले पर फर्सी रखी हैं, लेकिन नाला बार-बार चौक होता है इससे सफाई के समय घरों के आगे ही आठ-दस दिन के लिए कचरे का ढ़ेर लगा दिया जाता है। इससे गंदगी के साथ बदबू फैलने से रहवासी परेशान होते हैं।

3. पानी से गली में बना रहता है कीचड़
वार्ड क्रमांक दो की बाजवा कॉलोनी में गली कच्ची है और नालियां भी नहीं हैं। इससे घरों का गंदा पानी रास्ते पर भी भरा रहता है और गली में हमेशा ही कीचड़ बना रहता है। इससे यहां फिसलकर गिरना आम बात हो गई है। रहवासी शिवराम रघुवंशी का कहना है कि 15 साल से यही हाल हैं, जनप्रतिनिधि हर बार सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं।

रहवासियों ने जाने समस्या के हाल
-नवंबर 19 में गली में सीसी रोड का उद्घाटन हुआ, तीन महीने बाद नपा ने गली को पाइप लाइन डालने खोद और छह महीने खुली पड़ी रहने के बाद लाइन डाली, अब तक गली को सुधारा नहीं गया।
रामबली रघुवंशी, रहवासी तायड़े कॉलोनी

-गली में हमेशा नालियों का गंदा पानी भरा रहता है, इससे कीचड़ बनी रहती है। निकलते समय बाइक सवार फिसलकर गिर जाते हैं, कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
रामदयाल रघुवंशी, रहवासी तायड़े कॉलोनी

-10 साल से गली गड्ढ़ों में तब्दील है, बच्चे खेल नहीं पाते और बुजुर्ग इन गड्ढों की वजह से गिर जाते हैं। कई बार तो बाइकें भी फिसलकर गिर गईं, लेकिन किसी को कोई चिंता नहीं है।
रिहाना बानो, गणेश कॉलोनी
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