बड़े बाबा महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ के मुख्य पात्र सौधर्म इन्द्र पवन बैलई, कुवेर राकेश अमरोद, यज्ञनायक विपिन सिंघई, ईशान इन्द्र राजेन्द्र हलवाई, सानत इन्द्र मुनेश विजयपुरा रहे। समारोह में आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के चित्र का अनावरण अरविंद जैन टिगू, राकेश अमरोद, राजीव चन्देरी, दीप प्रज्वलन कबूल चन्द, श्रेयास कुमार कोहरवास, धर्मेन्द्र रोकडिय़ा, एसके जैन, प्रमोद मंगलदीप व संजीव भारिल्ल ने किया। युवा वर्ग के अध्यक्ष विजय धुर्रा ने कहा कि आर्यिकाश्री विज्ञानमति माताजी की भावना के अनुरूप गौशाला में गायो को समर्पित यह आयोजन गोसेवा के लिए है इसमें आप अपनी द्रव्य राशि का सदुपयोग करें। आज का दिन इन मूक पशुओं के लिए है आप धन से वृद्ध गायों की सेवा होगी।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए आर्यिका रत्न श्री विज्ञानमति माताजी ने कहा कि आप व्यर्थ बहने वाले पानी को बचा ले तो भी हमारे देश में पानी की कमी नहीं होगी और गायो को भी पीने के लिए पानी मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि एक दिन में हम लाखों बाल्टी बचा सकते है पानी व्यर्थ नहीं फैलेगा तो हमारा बाटर लेवल कम नहीं होगा और यह पानी हमारे मूक पशुओं के काम आएगा। माताजी ने बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा के जगत के सभी जीवों का जीवित रहना आवश्यक है। भौतिक चकाचौंध में हम प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। गाय जिसे हम पूजते है उसके दूध से बच्चों का पालन करते हैं और जब वह दूध देना बंद कर देती हैं तो हम उसे मरने कटने के लिए छोड़ देते हैं। हमारे अंदर की दया तब कहां चली जाती हैं जरा विचार करें। गोधन की सुरक्षा के लिए कुछ न कुछ अवश्य करें। आदित्य मति माताजी ने कहा कि बड़े बाबा विधान के माध्यम से हम सब ने अपने मन को प्रभु के चरणों में लगाया है आपके नगर की गौशाला में अब एक विशाल जिनालय का निर्माण होगा जिससे आपको धर्म ध्यान करने का एक और सौभाग्य मिलेगा।
आर्यिका ससंघ का शाढ़ौरा की ओर हुआ विहार आर्यिका रत्न श्री विज्ञानमति माताजी आर्यिका आदित्यमति माताजी ससंघ ने दरेपहर बाद शाढ़ौरा के लिए विहार कर दिया। माताजी के साथ विहार में थूवोनजी कमेटी के अध्यक्ष अरविंद जैन टिंगू, महामंत्री विपिन सिंघई, राजेन्द्र हलवाई, गौशाला अध्यक्ष श्रेयास कोहरवास, महामंत्री राकेश लालाजी, विजय धुर्रा, आजाद महाना, शैलेंद्र श्रृंगार, अभिषेक मिर्ची, सोनू धुर्रा सहित अन्य भक्त माताजी के विहार में साथ में निकले।