जैन जागृति मंडल ने विद्यासागर स्वास्थ्य सेवा मिशन के तहत शहर के जैन नर्सिंग होम में रविवार को मनोचिकित्सा व नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया। जिसमें गुना के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ.आरएस भाटी और कोलकाता के डॉ.आनंदसिंह ने इलाज किया और लोगों को नशे से बचाव के तरीके सिखाए। शिविर में 30 मरीज स्मैक, गांजा, चरस और अफीम की लत के पहुंचे। तो वहीं 35 मरीज शराब की लत और 27 मरीज सिगरेट-तंबाकू की लत के शामिल हुए।
डॉक्टर बोले गुटखा से शुरू होती है नशे की लत-
शिविर में नशाग्रस्त लोगों को नशा छोडऩे की सलाह देते हुए मनोरोग विशेषज्ञ डॉ.आरएस भाटी ने कहा कि उनके पास गुना में इलाज कराने के लिए सबसे ज्यादा मरीज अशोकनगर के पहुंचते हैं और अशोकनगर नशे में अव्वल है। नशे की यह लत गुटखा-सिगरेट से शुरू होती है और स्मैक, गांजे व चरस तक पहुंच जाती है और युवा वर्ग में सबसे ज्यादा प्रचलन बढ़ गया है।