करीला में शादी करने के बाद ऑटो से लौट रहे छह लोगों को तेज रफ्तार ट्रक टक्कर मारकर कुचलते हुए भाग गया था। इस भयानक हादसे में ऑटो सवार छह लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही सड़क के 100 फिट हिस्से पर खून और मांस के टुकड़े बिखरे मिले थे। इससे प्रशासन को दूसरे दिन सुबह फायर ब्रिगेड ले जाकर सड़क को धुलवाना पड़ा था। खास बात यह है कि रात को ही पुलिस और प्रशासन को इस घटना की जानकारी मिल गई थी और प्रशासन रात में ही मौके पर पहुंच गया था।
इसके बावजूद भी एक्सीडेंट कर छह लोगों की जान लेने वाला ट्रक सड़क से ही भागने में सफल रहा और घटना के 48 घंटे बीत जाने के बावजूद भी ट्रक की लोकेशन तक ट्रेस नहीं हो पाई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि उनके पास ट्रक का नंबर है और ट्रक यूपी के बुलंदशहर का है। जिसे जल्दी ही जब्त कर लिया जाएगा और ट्रक चालक को गिरफ्तार किया जाएगा। लेकिन ट्रक कहां पहुंचा, इसके बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी। जबकि विदिशा रोड और मुंगावली-चंदेरी रोड पर कई थाने और पुलिस चौकियां मौजूद हैं।
बोर्ड लगाया और वाहनों को किया जब्त-
सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि दुर्घटनाओं में मौतों के आंकड़े को कम किया जाए। इसके लिए पिछले तीन साल के आंकड़ों के मुताबिक 2018 में मौतों में आंकड़ा घटा भी था, लेकिन 2019 में जनवरी और फरवरी महीने में हुई मौतों के आंकड़े पिछले तीन साल के रिकॉर्ड को तोड़ चुके हैं। इस पर गंभीरता दिखाते हुए देहात पुलिस ने दुर्घटना स्थल पर रेडियम को चेतावनी बोर्ड लगाया है, जिस पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र भी लिखा गया है। वहीं यातायात प्रभारी सूबेदार अजयप्रतापसिंह ने मंगलवार को ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई की। दो छोटे लोडिंग वाहन जब्त किए गए, जिनमें एक में 24 और दूसरे में 14 सवारी बैठी मिलीं, वहीं ट्रैक्टर-ट्राली में 34 सवारी मिली। वहीं ओवरलोड़ तीन ऑटो भी पुलिस ने जब्त किए हैं।
50 ट्रक चालकों के ड्राईविंग लाईसेंस निरस्त करा रही पुलिस-
जिले में दुर्घटना करने वाले 50 ट्रक चालकों के ड्राईविंग लाईसेंस रद्द भी करवाए जा रहे हैं। इसके लिए एसपी पंकज कुमावत ने विभिन्न प्रदेशों के संबंधित आरटीओ को पत्र लिखकर इन ट्रक चालकों के लाईसेंस निरस्त करने के लिए कहा है। ताकि वाहन चालक सजगता से वाहन चलाएं और घटना के बाद भागने का प्रयास न करें।
40 घंटे बाद हुआ महिला का अंतिम संस्कार-
दुर्घटना में मृत हुए पांच लोगों का तो सोमवार को ही अंतिम संस्कार हो गया था। अंतिम संस्कार के लिए एक ही घर से तीन अर्थियां निकली थीं, वहीं एक महिला का पति न होने की वजह से अंतिम संस्कार नहीं किया था। पति के आ जाने के बाद घटना के 40 घंटे बाद मंगलवार को सेजी गांव में महिला बतीबाई का अंतिम संस्कार हुआ।
हमने दुर्घटना स्थल पर चेतावनी बोर्ड लगाया है। ट्रक बुलंदशहर का है, जिसका नंबर हमारे पास है। उसे पकडऩे के लिए टीम भेजी जा रही है। लेकिन अभी यह कन्फर्म नहीं हो सका कि ट्रक कहां गया है।
रोहित दुबे, प्रभारी थाना देहात