मंगलवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे शहर के सुभाषगंज में तिगरी गांव निवासी किसान चंदनसिंह यादव, उसके बेटे गोविंदसिंह व दो साथियों के साथ 10-12 लोगों ने मारपीट की और लूट की वारदात को अंजाम दिया। किसान और उसके बेटे के मुताबिक हमलावर उनके 45 हजार रुपए लूट ले गए। पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन घटनास्थल पर तो जहां पुलिस का रवैया ढुलमुल रहा ही। वहीं वारदात के बाद पीडि़त किसान और उसका बेटा कोतवाली थाने में छह घंटे तक अपने साथ हुई लूट की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए गिड़गिड़ाते रहे। लेकिन देर रात तक पुलिस ने प्रकरण दर्ज नहीं किया और पुलिस उल्टे उन्हीं से सवाल-जबाव करने में समय बिताती रही। इसके बाद रात के समय पीडि़त किसानों को बिना रिपोर्ट दर्ज किए ही भगा दिया गया।
सीसीटीवी में कैद वारदात, पुलिस पर सवाल-
सुभाषगंज में जहां यह वारदात हुई, वहां पर पुलिस के सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे और पुलिस ने पूरी वारदात को सीसीटीवी में रिकॉर्ड भी किया। जिसमें हमलावर उन किसानों की लात-घूसों से पिटाई करने के साथ मुंह में जमकर जूते भी मारे। लेकिन पुलिस इसे लूट का मामला नहीं मान रही है। यदि पुलिस की बात को ही सही मान लें, तो किसानों के साथ जमकर मारपीट तो हुई है जो कैमरों में भी दिख रही है। इससे सवाल यह उठता है कि आखिर पुलिस अधिकारियों को ऐसा क्या लाभ था, जो वह अंध सपोर्ट कर हमलावरों को बचाने में जुटे रहे और वारदात को दबाने में पूरी ताकत लगा दी। कारण कुछ भी हो लेकिन इस वारदात ने पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस वारदात के बाद जिलेभर में सिर्फ एक ही चर्चा है कि लोग शहर में खुलेआम वारदातें कर दहशत फैला रहे हैं और पुलिस उन्हेंं बचाने में जुटी हुई है। इसका जीता जागता उदाहरण मंगलवार को सुभाषगंज में हुई यह घटना है। यह सिर्फ पहला ही मामला नहीं, बल्कि शहर में लूट और चोरियों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करना तो दूर एक भी मामले को ट्रेस तक नहीं कर सकी। नतीजतन असामाजिक तत्व निरंकुश होकर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं और शहर में दहशत का माहौल है।
1. दुकान पर फायरिंग कर लूट ले गए थे एक लाख रुपए-
तीन जुलाई को शहर के प्रोसेशन रोड पर दोपहर ढ़ाई बजे लूट की वारदात हुई। बेची गई फसल का तारई निवासी किसान राजपाल पुत्र भोलाराम सरवैया ने मनोज ब्रदर्स की दुकान से भुगतान लिया। व्यापारी ने 1.08 लाख रुपए किसान ने हाथ में पकड़े तभी तीन नकाबपोश बदमाशों ने फायरिंग कर रुपए लूट लिए और शहर में फायरिंग करते हुए भाग गए। पुलिस अब तक सुराग तक नहीं लगा सकी।
2. सूने घर से पांच लाख की चोरी, सुराग तक नहीं-
10 अक्टूबर को शहर के शांतिनाथ मंदिर के पास हैडमास्टर शांता कुजूर अपने घर में ताला लगाकर ड्यूटी पर गई थीं, घर में कोई नहीं था। शाम को वह घर पहुंची, तो उनके सूने घर में सामान बिखरा पड़ा मिला और आभूषण व नगदी सहित पांच लाख रुपए का सामान गायब था। चोरी के इस मामले में चोरों की गिरफ्तारी तो दूर पुलिस चोरों का सुराग तक नहीं लगा सकी।
3. 22 मिनिट में घर से चोरी हो गए 5.70 लाख रुपए-
11 अप्रैल को शहर की महावीर कॉलोनी में व्यापारी नवीन पुत्र नरेश जैन के घर से 22 मिनिट में 5.70 लाख की चोरी की वारदात हुई। उनकी पत्नी सुबह 10:05 बजे घर में ताला लगाकर मंदिर गईं और 10:28 बजे लौटीं तब तक चोर उनके घर से चोरी की वारदात को अंजाम देकर जा चुके थे। अब तक कोई भी सुराग नहीं लगा।
4. मोबाइल दुकान से 2.30 लाख का सामान हुआ चोरी-
22 मार्च को शहर के पछाड़ीखेड़ा रोड स्थित रतन मोबाइल शॉप से अज्ञात चोर रात के समय 2.30 लाख रुपए का सामान चोरी कर ले गए। चोरी गए सामान में मोबाइल, लेपटॉप और अन्य एसेसरीज सामान शामिल है। अब तक कोई सुराग नहीं मिला।
घटना की शिकायत नहीं की और बाद में किसान ने राजीनामा कर लिया है। फरियादी किसान ने राजीनामा लिखकर हमें दिया है।
महेश शर्मा, थाना प्रभारी कोतवाली अशोकनगर