बिजली कटौती: लोडसेडिंग के नाम पर बार-बार गुल हो रही बिजली, ग्रामीण के साथ शहर में भी बढ़ी समस्या
दिन के साथ रात में भी बिजली कटौती, भट्टी से तपते घरों में सो भी नहीं पा रहे लोग
-लोग अब सोशल मीडिया के माध्यम से ऊर्जा मंत्री पर कस रहे तंज, प्रभार वाले जिले में ही हाल-बेहाल।
अशोकनगर
Published: May 06, 2022 09:30:18 pm
अशोकनगर. बिजली कटौती ने लोगों की समस्या बढ़ा दी है। जहां पहले दिन में व देर शाम तक बिजली काटी जा रही थी, लेकिन अब रात में भी घंटों बिजली काटी जा रही है। इससे भीषण गर्मी में भट्टी से तप रहे घरों में लोग रात को सो भी नहीं पा रहे हैं और बिजली जाते ही लोगों की भीड़ घरों की छतों या बाहर छज्जों पर लग जाती है, जहां घंटों तक वह बिजली आने के इंतजार में बैठे रहते हैं।
शहर में बिजली कटौती की स्थिति यह है कि रात में 11 बजे गायब हुई बिजली रात डेढ़ बजे आईए इसके बाद सुबह होने से पहले फिर बिजली गुल हो गई। दिन में बार-बार बिजली आती-जाती रही तो वहीं शाम को चार बजे से गायब हुई बिजली शाम छह बजे तक नहीं आई। इससे लोग भीषण गर्मी के बीच पसीने में तर नजर आए। शहरवासियों का कहना है कि बिजली जाने पर जब बिजली कंपनी में फोन लगाते हैं तो कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिलता है।
रात में छज्जों पर इंतजार, जहां मच्छरों की समस्या
शहर में शाम के समय और रात में बिजली जाते ही घरों की छतों व छज्जों पर लोगों की भीड़ लग जाती है, जहाँ पर वह घंटों तक बिजली का इंतजार करने मजबूर रहते हैं। लोगों का कहना है कि बाहर छज्जों पर मच्छर परेशानी बनते हैं। कटौती से परेशान होकर लोग अब सोशल मीडिया के माध्यम से ऊर्जा मंत्री पर तंज कस रहे हैं, लोगों का कहना है कि ऊर्जा मंत्री के प्रभार वाले जिले में ही हाल-बेहाल हैं।
गांवों में 17 से 18 घंटे बिजली गुल, कारण फॉल्ट व लोडसेंडिंग
बिजली कटौती सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र में कई जा रही है, जहां रोज 24 घंटे में से 17 से 18 घंटे बिजली बंद रखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि रोजाना ही बिजली काटने का कारण फॉल्ट, जम्पर जलना व तार टूटना बताया जाता है, बिजली चालू होते ही लोडसेंडिंग के लिए काट दी जाती है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में लोग पीने के पानी के लिए भी परेशान हो रहे हैं।
स्पीक आउट-
शहर में रात में भी बिजली काट दी जाती है, इससे गर्मी में लोगों को छतों पर सोना पड़ता है। रात में बिजली आने जाने से लोग कमरे से छत व छत से कमरे तक दौड़ लगाते रहते हैं। बाहर मच्छर की समस्या भी परेशानी बनती है।
दीपक जैन, रहवासी
लोडसेंडिंग के नाम पर बिजली की मनमानी कटौती जारी है, गांव में रोज 17 घंटे बिजली काटी जा रही है तो क्या 17 घंटे की लोडसेंडिंग होती है। ऊर्जा मंत्री के प्रभार वाले जिले में लोडसेंडिंग के नाम पर मनमानी कटौती हो रही है।
गौरव त्रिपाठी, रहवासी

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