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अशोकनगर

कृषि उपज मंडी में सुलभ शौचालय पर नहाने के किसानों से लिये जा रहे 5 की जगह 15 रुपये

-सुलभ शौचालय में उपयोग किया जा रहा कुएं का सड़ा हुआ गंदा पानी, किसानों ने नाराजगी जताते हुए किया हंगामा।

अशोकनगरOct 31, 2018 / 04:59 pm

Arvind jain

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कृषि उपज मंडी में सुलभ शौचालय पर नहाने के किसानों से लिये जा रहे 5 की जगह 15 रुपये

अशोकनगर। जिले की कृषि उपज मंडी में सोयाबीन और उड़द की वंपर आवक से मंडी खचाखच भरी हुई है। जिससे मंडी किसानों की काफी भीड़ भाड़ है। किसानों को सुलभ शौचालय में नहाने के लिए गंदा पानी मिलने पर किसानों ने नाराजगी जताई। और हंगामा करते हुए मंडी प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।

किसान संघ ने आरोप लगाया कि मंडी में किसानों को नहाने के लिये कुएं का गंदा पानी दिया जा रहा है। तथा सुलभ शौचालय में उनसे 5 की जगह 15 रुपये वसूले जा रहे है। मंंडी में हो रहीं अनिमितताओं को लेकर किसानों ने सुलभ शौचालय पर हंगामा किया।

इसके बाद संचालक द्वारा किसानों से लिये गए अतिरिक्त पैसे वापिस किये गए। कृषि उपज मंडी में किसान संघ के कार्यकर्ताओं ने बताया कि कृषि उपज मंडी मध्य प्रदेश की बड़ी मंडियों में शुमार है लेकिन यहां पर किसानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।

सुलभ शौचालय पर किसानों से अवैध वसूली की जा रही है। नहाने के 15 रुपये वसूले जा रहे हैं लेकिन नहाने के लिये जो पानी दिया जा रहा है वह बहुत ही गंदा व बदबू दार है। जिसे सुलभ शौचालय संचालक द्वारा पास में ही बने कुएं से लिया जा रहा है। जिसमें गंदगी पड़ी हुई है और पानी सड़ रहा है।

जिससे किसानों को चर्म रोग की शिकायतें भी होने लगी है। किसानों ने बताया कि फ ड़ों पर इलेक्ट्रानिक्स कांटों को चेक कराने के लिए 100 किलो तक के बांट होना अनिवार्य है लेकिन कांटे किसानों को चेक नहीं करवाये जा रहे।

मंडी में आए दिन जाम लग रहा है जिससे किसानों का डीजल भी ज्यादा लग रहा है। किसानों को नहाने के लिये साफ पानी व रात में पानी पीने की व्यवस्था भी नहीं है। किसान संघ ने मांगों के निराकरण न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

संचालक ने मिटाई रेट लिस्ट
मंडी में बने सुलभ शौचालय में संचालक द्वारा लगाई गई रेट लिस्ट को मिटा दिया है। और मनमाने तरीके से किसानों से अवैध वसूली की जा रही है। सोमवार को भी अवैध वसूली पर किसानों के हंगामे के बाद संचालक द्वारा उन्हें अतिरिक्त लिये गये पैसे वापिस किये गए।

मंडी में किसानों के लिए पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है आडियो टंकी में आ रहा है उसमें बहुत ही सड़ी हुई दुर्गंध आ रही है। ऐसे में किसानों को स्वच्छ पानी पीने की व्यवस्था तक नहीं है और कहीं भी प्याऊ यों पर पानी नहीं मिल रहा।किसान प्यासे घूम रहे है।
छोटू अहिरवार कृषक

कृषि उपज मंडी में सुलभ शौचालय पर 15 नहाने के और 15 शौचालय के लिए जा रहे हैं। जब हमने वहां उससे कहा कि इतने पैसे क्यों ले रहे हो तो उन्होंने कहा कि इतने ही पैसे लगते हैं। जब किसानों ने वहां जाकर हंगामा किया तो बाद में 10 वापस कर दिए।
मुन्ना लाल केवट कृषक ग्राम बरोदिया

मंडी में किसानों के लिए ना तो साफ पेयजल की व्यवस्था है। सुलभ शौचालय में नहाने के 15 वसूले जा रहे हैं किसान ग्रामीण क्षेत्रों से आए हैं इसलिए उन्हें जानकारी नहीं होने के कारण मनमाने पैसे वसूले जा रहे हैं। और किसी भी तरह की कोई जानकारी बाहर नहीं लिखी है। नहीं लिखी है जिससे पता चल सके।
भोलाराम कुशवाह कृषक ग्राम परासरी।

किसानों के लिए मंडी में कोई व्यवस्था नहीं है जैसे किसानों की मूलभूत सुविधा पीने का पानी, सुलभ शौचालय, साफ सफाई, कुछ भी नजर नहीं आता। सुलभ शौचालय पर रेट लिस्ट नहीं लगाई है। मनमाने पैसे वसूले जा रहे है।
आशीष सोनी कृषक

 

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