केस-1-
पति ने ली शराब छोडऩे की कमस, तो साथ रहने तैयार हुई पत्नी-
शंकर कॉलोनी मोनू अहिरवार और सुनीता अहिरवार की चार साल पहले शादी हुई थी और डेढ़ साल का एक बेटा भी है। शराब पीने की वजह से पति-पत्नी में विवाद हुआ, सात महीने से पत्नी अपने मायके में रह रही थी और कोर्ट में दावा लगाकर भरण-पोषण की मांग की थी। लोक अदालत में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश जोशी की कोर्ट में मामले को रखा गया, जहां पत्नी ने कहा पति शराब पीता है और शराब के नशे के दौरान साथ में खाना खाने के लिए कहता था। पति मोनू ने शराब छोडऩे की कसम ली तो पत्नी साथ जाने तैयार हो गई। जहां दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई और न्यायालय ने सुखी जीवन के लिए उन्हें पौधे भेंट किए।
केस-2-
पत्नी ने कहा गाली तो नहीं दोगे, पति ने कहा नहीं तो निपटा विवाद-
गोपालपुर निवासी अरविंद सूर्यवंशी और रीना सूर्यवंशी की चार साल पहले शादी हुई थी और उनकी दो साल की बेटी भी है। विवाद होने से पति-पत्नी अलग-अलग रह रहे थे और छह महीने से बेटी अपने पिता के साथ रह रही थी। लोक अदालत में अरविंद ने कहा कि रीना का पिता कहता है कि जमीन रीना के नाम से करो, इससे विवाद हुआ। पत्नी ने कहा अरविंद उसके पिता को गाली देता है। कोर्ट ने सुलह के लिए आपस में चर्चा कराई तो पत्नी ने कहा अब गाली तो नहीं दोगे, पति ने कहा कभी नहीं। तो दोनों के बीच सुलह हो गई और साथ में रहने का वादा करके एक साथ वापस गए।