रेल लाइन दोहरीकरण: 124 किमी की रफ्तार से किया स्पीड ट्रायल, अब पिपरई से गुना तक डबल लाइन
पिपरई से ओर स्टेशन तक डबल लाइन शुरु, सीआरएस ने निरीक्षण कर दी अनुमति।
अशोकनगर
Updated: March 14, 2022 09:45:31 pm
अशोकनगर/पिपरई. लाइन दोहरीकरण के लिए पिपरई से ओर स्टेशन तक बनी नई रेलवे लाइन पर रेल संरक्षा आयुक्त ने 124 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से स्पीड ट्रायल किया। साथ ही 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से नई लाइन पर ट्रेन संचालन की अनुमति दी तो डबल लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही शुरु हो गई। इससे अब गुना से पिपरई स्टेशन तक डबल लाइन पर चलेंगी।
जहां ओर स्टेशन तक पहले ही डबल लाइन चालू है, वहीं ओर से पिपरई स्टेशन तक 14.415 किमी हिस्से में दोहरीकरण के लिए बनी नई लाइन का सोमवार को रेल संरक्षा आयुक्त मनोज अरोरा ने निरीक्षण किया। पहले तो रेल संरक्षा आयुक्त ने अपनी टीम के साथ रेलवे ट्रेक का बारीकी से निरीक्षण किया और फिर विद्युत इंजन से स्पीड ट्रायल किया। सफल स्पीड ट्रायल के बाद रेल संरक्षा आयुक्त ने ओर से पिपरई स्टेशन तक डबल लाइन पर ट्रेनों के संचालन की अनुमति दे दी। इस दौरान डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी वीके अग्रवाल सहित रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
गुना-बीना के बीच 92.5 किमी डबल लाइन, 27 किमी सिंगल-
वर्ष 2011-12 में स्वीकृत हुए बीना-कोटा रेलवे लाइन दोहरीकरण में 303 किमी में से 190 किमी हिस्से में डबल लाइन शुरु हो चुकी है। यानी अब तक बीना-कोटा के बीच 67.7 प्रतिशत हिस्से में डबल लाइन चालू हो चुकी है। इसी रेल खंड पर बीना से गुना के बीच 119.98 किमी लंबे रेलवे ट्रेक पर पिछले सवा दो साल में 92.5 किमी हिस्से में डबल लाइन शुरु हो चुकी है। इससे बीना से कंजिया और पिपरई से गुना तक डबल लाइन है, लेकिन कंजिया से पिपरई तक 27.48 किमी हिस्से में सिंगल लाइन बची है। इस हिस्से में भी लाइन दोहरीकरण कार्य जल्दी पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
यात्रियों को लाभ: खत्म होगी रास्ते में देरी की समस्या-
रेलवे ट्रेक पर मालगाडिय़ों की संख्या बढ़ जाने से यात्री ट्रेनों को लेतलतीफी का सामना करना पड़ता है, स्थिति यह थी कि सिंगल लाइन होने से मालगाड़ी आने से ट्रेनों को घंटों तक स्टेशनों पर रोकना पड़ता था। लेकिन अब पिपरई से गुना तक डबल लाइन चालू होने से इस हिस्से में यात्रियों को यात्रा के दौरान रास्ते में देरी की समस्या खत्म हो जाएगी। जिलेवासियों का कहना है जिस तरह से दो साल में लाइन दोहरीकरण कार्य में तेजी लाई गई, इसी तरह से कंजिया से पिपरई तक भी दोहरीकरण जल्दी पूर्ण कराना चाहिए, ताकि समस्या खत्म हो सके।

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