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रैन बसेरा नहीं होने से ठिठुरन में गुजर रही गरीबों की रातें

locationअशोकनगरPublished: Dec 20, 2015 08:16:00 am

Submitted by:

praveen

 अशोकनगर. जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। तापमान छह डिग्री सेल्सियम तक गिर चुका है। सर्द हवाएं ठिठुरन को और अधिक बढ़ा रही हैं, लेकिन जिले में कहीं भी राहगीरों या गरीबों के रुकने के लिए कोई रैन बसेरा नहीं है। ऐसे में गरीब, बेसहारा लोगों को बस स्टैंड या खुले आसमान के […]

 
अशोकनगर.
जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। तापमान छह डिग्री सेल्सियम तक गिर चुका है। सर्द हवाएं ठिठुरन को और अधिक बढ़ा रही हैं, लेकिन जिले में कहीं भी राहगीरों या गरीबों के रुकने के लिए कोई रैन बसेरा नहीं है। ऐसे में गरीब, बेसहारा लोगों को बस स्टैंड या खुले आसमान के नीचे ठिठुरते हुए रात बितानी पड़ रहा है।
जिले में अशोकनगर व चंदेरी को नपा का दर्जा प्राप्त है। वहीं मुंगावली व ईसागढ़ बड़ी नगर पंचायतें हैं, लेकिन कहीं भी रैन बसेरा नहीं है। नियमानुसार तो एक लाख से अधिक आबादी होने पर रैन बसेरा बन सकता है। लेकिन जरूरत को देखते हुए स्थानीय परिषद कम जनसंख्या पर भी लोगों की सहूलियत के लिए इसे बना सकती है। नपा ने समय रहते रैन बसेरा निर्माण का काम शुरू नहीं किया, इसके कारण इन सर्दियों में लोगों का इसका लाभ नहीं मिल सकेगा। जिला मुख्यालय पर रेन बसेरा न होने से रेलवे स्टेशन पर सबसे अधिक लोग रात बिता रहे हैं।

ये हैं हालात
नगर में रैन बसेरा नहीं होने के कारण गरीब, बेसहारा लोगों को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित अन्य स्थानों पर खुले में ठिठुरते हुए रात बितानी पड़ रही है। दूर-दराज से आने वाले गरीब कई बार रात हो जाने से साधन के अभाव में वापस अपने घर नहीं लौट पाते। ऐसे में उनके सामने रुकने की समस्या खड़ी हो जाती है। क्योंकि उनके पास इतना पैसा नहीं होता कि वह होटल या लॉज का खर्च वहन कर सकें। कड़ाके की ठंड में खुले में रात बिताने वालों को आसामाजिक तत्वों व चौर-उचक्कों का डर भी बना रहता है।

छह डिग्री तक पहुंचा तापमान
जिले में ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। न्यूनतम पारा गिर रहा है। अब तक पारा छह डिग्री तक गिर चुका है। शनिवार को भी न्यूनतम तापमान आठ डिग्री दर्ज किया गया। वहीं अधिकतम तापमान 24 डिग्री रहा। कड़ाके की ठंड से पूरा जिला प्रभावित है। उत्तर भारत में बर्फ गिरने से ठंड और बढ़ सकती है।

नहीं हो सका निर्माण पूरा
वर्ष की शुरुआत में ही रैन बसेरा के निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई थी, लेकिन इसका निर्माण कार्य करीब तीन महीने पहले ही शुरू हो सका। इसके कारण लोगों को इसका लाभ अगले साल ही मिल सकेगा। रैन बसेरा नए बस स्टैंड के पास 2400 वर्गफीट में 24 लाख की लागत से बनाया जा रहा है। इसमें 15 पुरुष व दस महिलाओं के लिए पर्याप्त सुविधाएं होंगी। दोनों के लिए अगल-अलग शौचालय व बाथरूम बनाए जा रहे हैं। लेकिन निर्माण पूरा न हो पाने के कारण ये सर्दियां भी खुले में ही बीत जाएंगी।
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