कार्यशाला में अध्यक्ष ने बताया कि आज से ५० वर्ष पूर्व भारतीय जैन मिलन एक आंदोलन के रूप में शुरू हुआ था। आज विशाल रूप ले चुका है। आज जितने संगठन काम कर रहे है उनमें जैन मिलन का विस्तार सबसे अधिक है। समाज सेवा व जैन एकता की मिशाइल इस आंदोलन ने कायम की है। उन्होंने बताया कि हम संख्या कम है लेकिन हम उप नाम के साथ जैन जरुर लिखे जब तक समग्र जैन समाज एक नहीं होगा तब तक हमें राजनैतिक एवं समाजिक परिदृश्य प्राप्त नहीं होगा।
डा. डीके जैन ने बताया कि पारस जैन मिलन द्वारा मासिक मिलन की एक बहुत अच्छी पहल की है जिससे जैन समाज में एकता का माहौल है। कार्यक्रम की रूपरेखा जैन मिलन के क्षेत्रीय मंत्री नरेश चंद्र जैन ने बताई। अपने कार्यो की रूपरेखा पारस जैन मिलन के अध्यक्ष सुनील जैन धन्नू व मंत्री प्रवीण नेशनल ने रखी। कार्यक्रम में विवरण पुस्तिका का विमोचन किया गया।
इस दौरान दो नव गठित शाखाओं के पदाधिकारियों को पिन लगाकर सदस्यता दी गई। जिनमें बहादुुपुर शाखा तथा अशोकनगर की जीवदया शाखा के अध्यक्ष नीमेश जैन ने सदस्यता ग्रहण की। कार्यक्रम को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजय जैन, जैन समाज के अध्यक्ष रमेश चौधरी, जैन मिलन के क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अनिल बांझल, महेन्द्र कडेसरा, आनंद गांधी आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जैन मिलन की चंदेरी शाखा के अध्यक्ष राजेश जैन सहित भोपाल, विदिशा, मुंगावली, गुना, राघौगढ़, आरोन सहित क्षेत्र क्रमांक १२ के पदाधिकारी उपस्थित रहे।