राहत का मरहम: 51 गांवों को मांगा था 16 करोड़ रु.मुआवजा, लेकिन 48 गांवों को मिले 5.55 करोड़ रुपए
ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों के खातों में मुख्यमंत्री ने ट्रांसफर की राहत राशि।
अशोकनगर
Published: February 17, 2022 09:48:18 pm
अशोकनगर. ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान से प्रभावित 51 गांवों के किसानों को प्रशासन ने 16 करोड़ रुपए मुआवजा की मांग की थी, लेकिन शासन से जिले के 48 गांवों को 5.55 करोड़ रुपए मुआवजा राशि स्वीकृत हुई। जिसमें से 85 फीसदी राशि मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दी है। इससे अब 851 किसानों को 82.96 लाख रुपए की राशि आना शेष है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने गुरुवार को सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेश के 23 जिलों के ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर की। इससे कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में राशि वितरण का कार्यक्रम हुआ, जिसमें कलेक्टर आर उमा महेश्वरी, जिपं प्रधान बाईसाहब यादव, अपर कलेक्टर डॉ.अनुज रोहतगी, किसान संघ के जगरामसिंह, राजकुमार रघुवंशी व सांसद प्रतिनिधि तीर्थनारायण शर्मा मौजूद रहे। इस अवसर पर अशोकनगर तहसील के नारायणपुर गांव के किसान श्यामबाबू रघुवंशी को 13 हजार रुपए और कमलसिंह रघुवंशी को 18 हजार रुपए राहत राशि का प्रमाण पत्र दिया गया।
मुआवजा: 5.55 करोड़ रुपए स्वीकृत, जिसमें से 4.72 करोड़ रु. वितरित-
जिले के 48 गांवों के 5363 किसानों को ओलावृष्टि से प्रभावित माना गया है, जिन्हें 5 करोड़ 55 लाख 77 हजार 528 रुपए मुआवजा राशि स्वीकृत हुई है। गुरुवार को जिले के 4512 प्रभावित किसानों के खातों में चार करोड़ 72 लाख 80 हजार 887 रुपए मुआवजा राशि भेजी जा चुकी है। वहीं जिले के शेष 851 किसानों के खातों में 82 लाख 96 हजार 641 रुपए मुआवजा राशि भेजी जाना शेष है। हालांकि गांवों की संख्या घटने और मुआवजा राशि कम होने से किसानों में नाराजगी दिखी और उनका कहना है कि कई किसानों को मुआवजा से वंचित रखा गया है।
सर्वे रिपोर्ट: दावे-आपत्तियों के बाद बदली नुकसान की स्थिति-
प्रशासन ने 10 दिन में बनकर तैयार हुई ओलावृष्टि से नुकसान की सर्वे रिपोर्ट में 51 गांवों की 6200 हेक्टेयर भूमि को प्रभावित माना था और इन गांवों के 6 हजार किसानों को 16 करोड़ रुपए का नुकसान माना गया था। प्रशासन के मुताबिक पंचायतों में सर्वे रिपोर्ट चस्पा करने के बाद आई दावे-आपत्तियों की जांच व निराकरण के बाद नुकसान की मात्रा घट गई। जिस गांव में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ, उस गांव में मुआवजा के लिए कम से कम 25 फीसदी नुकसान पाया जाना जरूरी होता है। लेकिन 25 प्रतिशत से कम नुकसान पाए जाने पर कुछ गांव मुआवजा के लिए पात्र नहीं पाए गए।
पहले दिन इन किसानों को मिली राशि-
- अशोकनगर तहसील के 574 किसानों को 55 लाख 11 हजार 730 रुपए की राशि खातों में डाली गई।
- मुंगावली तहसील के 1815 किसानों को 192 लाख 766 रुपए की राशि खातों में भेजी जा चुकी है।
- शाढ़ौरा तहसील के 1797 किसानों को 160 लाख 68 हजार 715 रुपए की राशि खातों में भेजी।
- चंदेरी तहसील के 220 किसानों के खातों में 44 लाख 61 हजार 592 रुपए की राशि भेजी गई है।
- पिपरई तहसील के 106 किसानों के खातों में गुरुवार को 20 लाख 38 हजार 84 रुपए राशि पहुंची।
वर्जन-
प्रारंभिक सर्वे बदलता रहता है, सूची चस्पा कर दावे-आपत्तियां ली गईं, जिनकी जांच व निराकरण के बाद फिर से सूची चस्पा की गई थीं। गांव में 25 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान ही मुआवजा की श्रेणी में आता है। इसलिए 48 गांवों में 5.55 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई।
आर उमा महेश्वरी, कलेक्टर

राहत का मरहम:
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