scriptजिले में सैंकड़ों शादियां, सम्मेलनों में बाल विवाह हुआ तो आयोजक जिम्मेदार | Responsibility to the preventing child marriages on Akshay Tritiya | Patrika News

जिले में सैंकड़ों शादियां, सम्मेलनों में बाल विवाह हुआ तो आयोजक जिम्मेदार

locationअशोकनगरPublished: May 07, 2019 02:33:01 pm

Submitted by:

Arvind jain

अक्षय तृतीया पर बाल विवाह रोकने समितियों को जिम्मेदारी- हलवाई, बैंडबाजा, टेंट और मैरिज गार्डन संचालकों से विभाग की अपील, सेवा प्रदाय करने से पहले दूल्हा-दुल्हन की जरूर देखें।

अशोकनगर. अक्षय तृतीया पर आज जिले में सैंकड़ों की संख्या में विवाह होंगे, साथ ही कई जगहों पर विवाह सम्मेलनों का भी आयोजन हो रहा है। बड़ी संख्या में आज शादियों के कार्यक्रम होने से बाल विवाह रोकने के लिए ग्राम स्तर तक समितियां बना दी हैं, तो वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग ने हलवाई, बैंडबाजा, टेंट, घोड़ीवाले, प्रिंटिंग प्रेस, लाइट और मैरिज गार्डन संचालकों से अपील की है कि विवाह कार्यक्रम में अपनी सेवा देने से पहले यह सुनिश्चित जरूर कर लें कि दूल्हा-दुल्हन की उम्र कम न हो।


बाल विवाह रोकने के लिए कलेक्टर डॉ.मंजू शर्मा ने जिलास्तरीय, खंडस्तरीय, सेक्टर और ग्राम स्तरीय समितियों का गठन किया गया है। खंडस्तरीय समिति में तहसीलदार को अध्यक्ष बनाया गया है वहीं महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी, थाना प्रभारी, बीएमओ, बीईओ और जनपद सीईओ इसमें सदस्य रहेंगे। जो सात मई को होने वाले विवाह समारोहों और विवाह सम्मेलनों पर नजर रखेंगे। साथ ही विवाह सम्मेलन आयोजित करने वाले आयोजकों को एसडीएम को सम्मेलन की सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि किसी विवाह सम्मेलन में बाल विवाह होना पाया गया तो जिम्मेदारी आयोजक की रहेगी।


सड़कों पर आज यात्री बसों की रहेगी कमी-
एक ही दिन में सैंकड़ों की संख्या में शादियों के कार्यक्रम होने से ज्यादातर यात्री बसों की बारातों के लिए बुकिंग हो गई है। इससे आज रूट पर यात्री बसों की संख्या बहुत कम रहेगी। इससे यात्रियों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वहीं सोमवार को भी रूट पर कम संख्या में यात्री बसें चलीं, इससे यात्रियों को लंबे समय तक वाहनों का इंतजार करना पड़ा और यात्री वाहन ओवरलोड़ होकर चले।

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