बंद लिफाफे में लिए हार के कारण व शिकायतें-
पूर्व सांसद सिंधिया ने प्रत्येक कार्यकर्ताओं से हार के कारण व शिकायतें लिखवाकर बंद लिफाफे में लीं। कार्यक्रम में कई कार्यकर्ता पहले से ही बंद लिफाफे में हार के कारणों, स्थानीय पदाधिकारियों की शिकायतों को लिखकर ले गए थे, जिन्हें उन्होंने सिंधिया को सौंप दिया। ताकि हकीकत की जानकारी सिंधिया को मिल सके और शिकायत करने वाले की पहचान उजागर न हो।
कमियों को दुरुस्त कर दोबारा जाएंगे जनता के समक्ष-
पूर्व सांसद सिंधिया ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैं पहले भी आपके लिए उपलब्ध था, आज भी हूं और सदैव रहूंगा। आपसे मेरा हृदय का संबंध है, क्षेत्र की जनता के साथ हृदय का संबंध है। आज मैं सांसद नहीं हूं, लेकिन आपका हूं और सदैव रहूंगा। जनता के साथ जुड़ाव, जनसेवा का पथ जो हमने अपनाया है, हौंसला बुलंद रखना होगा और मुस्तैदी से कार्य करना होगा। जनादेश को हमें स्वीकार करना होगा। रास्ते में जहां भी हमारी कमियां रहीं थीं, उन कमियों को भी दुरुस्त करके दोबारा जनता के समक्ष जाना है।