एक मिनिट से ज्यादा नहीं रुक पाएंगे
इस बार मंदिर में श्रद्धालु जलाभिषेक और पूजा तो कर सकेंगे, लेकिन मंदिर में एक मिनिट से ज्यादा नहीं रुक पाएंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए भीड़ एकत्रित होने से रोकने के लिए मंदिर प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है। पुजारी दुर्गेश भार्गव के मुताबिक श्रद्धालुओं को मंदिर में एक मिनिट से अधिक नहीं रुकने दिया जाएगा, ताकि भीड़ न लग सके। वहीं श्रद्धालुओं को मास्क लगाना अनिवार्य है और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना होगा।
भगवान कृष्ण ने किया था अभिषेक-
मंदिर में मौजूद शिवलिंग पांच हजार साल पुराना है और यहां एक साथ एक हजार शिवलिंग की पूजा होती है। पुजारी दुर्गेश भार्गव का कहना है कि माना जाता है जब भगवान श्रीकृष्ण राजा मोरध्वज के यहां आए तो उन्होंने यहां भगवान शिव की पूजा-अभिषेक की थी। पहले यहां बड़ा शिव मंदिर था, जिसके अवशेष अभी भी खुदाई में यहां मिलते हैं।
यहां राजा के रूप में विराजमान हैं भगवान शिव-
शहर के पुराना बाजार स्थित राजराजेश्वर महादेव मंदिर में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में भगवान के दर्शन करने पहुंचते हैं। यहां भगवान शिव राजा और मां पार्वती मंदिर में रानी के रूप में विराजमान हैं। मंदिर की बनावट ऐसी है कि सीढिय़ां चढ़कर तो मंदिर में पहुंचकर श्रद्धालु दर्शन करते ही हैं, वहीं नीचे सड़क से भी लोग दर्शन कर सकते हैं।
भगवान शिव को चढ़ाते हैं
पुजारी केशव बोहरे के मुताबिक मंदिर पर अभिषेक नहीं किया जाता है, श्रद्धालु दर्शन कर प्रसादी-फूल व बेलपत्र भगवान शिव को चढ़ाते हैं। यहां भीड़ एकत्रित होने से रोकने नीचे के दोनों गेट खोलेंगे और एक से प्रवेश व दूसरे से श्रद्धालुओं के निकास की व्यवस्था रहेगी, साथ ही यहां भी श्रद्धालु एक मिनिट से ज्यादा नहीं रुक सकेंगे।