शासकीय हाई स्कूल क्रमांक 1 को ईएफ ए की तर्ज पर चलाने की बात करते हुए फीस को बढ़ाया जा रहा है। पिछले सत्र में छात्रों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग करने पर प्रवेश शुल्क 4300 रुपए को घटाकर 2500 रुपए किया था लेकिन इस सत्र में फिर से फीस वृद्धि कर 3100 रुपए कर दी गई है, जबकि क्रमांक एक स्कूल में कोई सुविधा देखने को नहीं मिलती है।
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इस स्कूल में सबसे ज्यादा गरीब बच्चे पढ़ाई करने आते हैं, लेकिन फीस वृद्धि के कारण आज मजबूरी बस छात्रों को नाम कटवाना पढ़ रहा है जिले के शासकीय स्कूलों में इतनी फीस होगी तो गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे कैसे पढ़ाई कर पाएंगे। जिला सचिव अनुराग सागर ने बताया कि विद्यालयों में इस वर्ष प्रवेश शुल्क, शाला विकास व अन्य मदो के लिए 200 रुपए तक की वृद्धि की गई है जो गलत है।