
अशोकनगर. जिले के ईसागढ़ के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही 12वी की छात्रा अचानक गायब हो गई, लेकिन प्रबंधन ने परिजनों को भी इसकी जानकारी नहीं दी। तीन दिन बाद एक युवक से छात्रा के परिजनों को जानकारी मिली। प्रबंधन छात्रा को तो तलाशकर वापस हॉस्टल में ले आया है, लेकिन इससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं, वहीं परिजन छात्रा को फिर कभी हॉस्टल न भेजने की बात कह रहा है।
मामला राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत बालिका छात्रावास का है। 12वी पढऩे वाली 17 वर्षीय एक छात्रा करीब 20 दिन पहले रात को छात्रावास से अचानक गायब हो गई। जिसकी जानकारी हॉस्टल प्रबंधन को सुबह मिली। हालांकि कुछ दिन बाद छात्रा खुद ही वापस आ गई, लेकिन प्रबंधन ने उसके परिजनों को तक सूचना देना मुनासिब नहीं समझा। घटना के तीन दिन बाद छात्रा के मामा को यह जानकारी गांव के ही एक युवक से मिली, तो उन्होंने छात्रा को हॉस्टल से बाहर निकाल लिया। हालांकि अधीक्षिका अभिलाषा श्रीवास्तव छात्रा को बाहर निकालने की बात से इंकार कर रही है, अधीक्षिका कहना है कि छात्रा बिना बताए अपने मामा के घर चली गई थी और यह भी कहा कि उनकी मोबाइल पर छात्रा से बात भी हुई है। कड़े पहरे के बीच से छात्रा के हॉस्टल से गायब होने से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस हॉस्टल में महज पांच दर्जन छात्राएं रहती हैं और इसमें व्यवस्था का जिम्मा अधीक्षिका और सुरक्षा की जिम्मेदारी चौकीदार कमलसिंह रघुवंशी की है।
मामा बोलो कभी नहीं भेजूंगा हॉस्टल
छात्रा के मामा का कहना है कि हमने बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा मानकर बालिका को छात्रावास में भेजा था, लेकिन लगता है कि हॉस्टल का स्टाफ ही असामाजिक तत्वों से मिला हुआ है और उन्होंने आशंका जताई कि उनकी भांजी के गायब करने के पीछे भी किसी का हाथ जरूर रहा होगा। उनका यह भी कहना है कि भले ही भांजी पढ़ाई न करे, लेकिन अब वह उसे छात्रावास में कभी नहीं भेजेंगे।
इनका कहना है
छात्रा बिना बताए अपने मामा के घर चली गई है। मैने छात्रा से मोबाइल पर भी बात की है। साथ ही बिना बताए चले जाने पर उसे डांटा भी है। छात्रा को हॉस्टल से निकाल लिया गया है। इसकी जानकारी मुझे नहीं है। हालांकि, छात्रा 20-25 दिन से छात्रावास में जरूर नहीं आई है।
अभिलाषा श्रीवास्तव, छात्रावास अधीक्षिका
Published on:
13 Feb 2018 12:27 am
बड़ी खबरें
View Allअशोकनगर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
