ऐसे फैलती है यह बीमारी
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस बीमारी का संक्रमण चूहे के पिस्सुओं के लार्वा से फैलता है। संक्रमित लार्वा के काटने से दाना उठता है, जो बाद में सूखकर काले धब्बे के समान दिखने लगता है। इससे बुखार, सिरदर्द, जोड़ एवं मांसपेशियों में असहनीय दर्द, सूखी खांसी और एक सप्ताह बाद शरीर पर दाने होने लगते हैं।
ऐसे हो सकता है बीमारी से बचाव
सीएमएचओ डॉ. जेआर त्रिवेदिया के मुताबिक बीमारी से बचाव के लिए प्रभावित क्षेत्रों में घास फूंस एवं झाडियों पर न बैठे और न वहां पर सोएं। घर के आसपास भी घास फूस एवं झाडियों को काटकर जला दें। शरीर की अच्छे से देखभाल करें, शरीर को साबुन से धोएं और मोटे कपड़े से रगड़कर साफ करें।