सिल्ट से अटी नहरों की विभाग ने ली सुध
पिछले लम्बे समय से बीएचएम व एसपीडी नहर की सिल्ट सफाई नहीं होने पर
किसानों को सिंचाई पानी कम मिलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा
था। वहीं सिल्ट अधिक होने के कारण नहर टूटने का भी डर था।
पिछले लम्बे समय से बीएचएम व एसपीडी नहर की सिल्ट सफाई नहीं होने पर किसानों को सिंचाई पानी कम मिलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। वहीं सिल्ट अधिक होने के कारण नहर टूटने का भी डर था। गत माह राजस्थान पत्रिका द्वारा कचरे से अटी माईनर टूटने का डर शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर विभाग को चेताया था। इसके बाद पिछले 15 दिनों से एसपीडी माईनर की सिल्ट सफाई एक्सक्वेटर मशीन से की जा रही है तथा बीएचएम माईनर की सफाई नौ एसपीडी हैड से 2 बीएचएम तक पूर्ण कर दी गई है। नहरों में जमा सिल्ट व कचरे के कारण दो बीएचएम तक के किसानों को आधा सिंचाई पानी मिल रहा था। अब सफाई होने से पूरा पानी मिलने लगेगा। चक 2 बीएचएम के किसान कृष्णलाल मांझू ने पत्रिका की सराहना करते हुए बताया कि समाचार प्रकाशन के बाद विभाग ने सिल्ट सफाई कार्य शुरू कर दिया जिससे सिंचाई पानी मे बड़ी राहत मिली है। इधर, एसपीडी नहर की नौ एसपीडी हैड से 20 एसपीडी टेल तक एकमुश्त एक्सक्वेटर मशीन से सफाई की जा रही है। एसपीडी नहर के जोन तृतीया के अध्यक्ष ताराचन्द शर्मा ने बताया कि सिंचाई विभाग के निर्देश पर आरडी 39 से 61 तक एकमुश्त एक्सक्वेटर मशीन से सिल्ट सफाई करवाई जा रही है जिस पर करीब साढ़े चार लाख रुपए खर्च होंगे। उन्होंने बताया कि सिल्ट सफाई होने के बाद नौ एसपीडी हैड से 20 एसपीडी टेल तक के किसानों को पर्याप्त सिंचाई पानी मिलने लगेगा।