50 किमी दूर गुना से आईं भक्ति रघुवंशी परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालुओं को ठंडा पानी पिला रही हैं, तो वहीं शिवपुरी से आए अर्जुन इस परिक्रमा मार्ग को साफ करने में जुटे हुए हैं कि तेज धूप के बीच रास्ते के कंकड़ इन श्रद्धालुओं के पैरों में न चुभ जाएं। यह सिर्फ इन दो लोगों की बात नहीं, बल्कि ऐसे कई अपरिचित चेहरे इस महायज्ञ क्षेत्र में देखे जा सकते हैं, जो अपने घरों से दूर यहां पर सिर्फ सेवा करने के लिए आए हैं। साथ ही भीषण गर्मी के बीच भी वह यहां पहुंचने वाले हजारों श्रद्धालुओं की किसी न किसी तरह से सेवा करने में जुटे हुए हैं।
छोटे बच्चों में भी सेवा का जुनून-
युवाओं और बड़ों के अलावा छोटे-छोटे बच्चों में भी सेवा का जुनून देखा जा सकता। परिक्रमा मार्ग में खड़े होकर यह छोटे-छोटे बच्चे ठंडा पानी भरकर श्रद्धालुओं को पिलाने के लिए उत्साह के साथ दौड़ लगाते दिख रहे हैं। क्षेत्र सहित आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर तेज धूप और भीषण गर्मी के बीच यज्ञशाला की परिक्रमा लगाते हैं। इससे सुबह चार बजे से शुरू होने वाली परिक्रमा रात को 12 बजे जारी रहती है और इस बीच में हजारों की संख्या में श्रद्धालु इसमें शामिल होते हैं।