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अशोकनगर

एसपी हुए सख्त,लापरवाही बरतने वाले पुलिसकमियों को दी ये सजा

कार्रवाई: अपराधों की विवेचना पर एसपी ने दिखाया सख्त रुख, लापरवाही पर कार्रवाई का संदेश। कचनार मामले में दो दिन में जांच पूरी करने के निर्देश, पता करेंगे सिविल ड्रेस में क्यों गया था प्रधान आरक्षक।

अशोकनगरSep 11, 2019 / 01:18 pm

Arvind jain

अशोकनगर। अपराधों की विवेचना में कमी और police negligence लापरवाही पर एसपी SP punished सख्त नजर आ रहे हैं। लापरवाही बरतने वाले policemen दो टीआई की वेतनवृद्धि रोक दी है, तो वहीं कुछ के खिलाफ निंदा पारित की है। वहीं अन्य थाना प्रभारियों को भी दंडित किया गया है। साथ ही कहा है कि काम में लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

 

मर्ग जांच में लापरवाही बरती
अपराधों में लापरवाही बरतने पर एसपी पंकज कुमावत ने दो पुराने टीआई अनिल भदौरिया और महेश शर्मा की एक-एक वार्षिकवृद्धि रोक दी हैं, एसपी के मुताबिक इन दोनों टीआई ने अपराधों की विवेचना और मर्ग जांच में लापरवाही बरती है। वहीं टीआई चंदेरी संजीव तिवारी और थाना प्रभारी पिपरई के खिलाफ भी कम संख्या में स्थाई वारंटी पकडऩे और शिकायतों का कम निराकरण करने पर निंदा पारित की है। इसके अलावा कोतवाली टीआई और देहात टीआई को भी अपराधों का कम निराकरण करने पर दंडित किया है।


रोहित दुबे पर भी हो सकती है कार्रवाई
एसपी ने बताया कि एसआई रोहित दुबे की विभागीय जांच चल रही है, पिपरई थाने में रहते हुए वह धारा 376 के मामले में पेशी पर उपस्थित नहीं हो रहे थे, इस मामले में उन्हें निलंबित भी किया था।


वहीं तारई गांव में पकड़े गए जुआ में भी एसआई रोहित दुबे की लापरवाही पाई गई थी, अशोकनगर से टीम भेजकर जुआ पकड़ा गया था। एसपी ने बताया कि इस मामले की प्राथमिक जांच हो गई है और कार्रवाई की जा रही है।

 

कचनार मामले की दो दिन में जांच पूरी करने के निर्देश
कचनार गांव में प्रधान आरक्षक और ग्रामीणों के बीच हुई मारपीट के मामले की जांच दो दिन में पूरी करने के एसपी ने निर्देश दिए हैं। जिसमें जांच की जा रही है कि प्रधान आरक्षक वहां पर क्यों गया था और वह सिविल ड्रेस में क्यों था। दूसरे पक्ष द्वारा की गई शिकायत की भी जांच होगी। इसके लिए बुधवार को एसडीओपी कचनार पहुंचकर जांच करेंगे।


शिकायत की थी
एसपी ने बताया कि ग्रामीणों ने पहले जो शिकायत की थी, उसकी एसडीओपी से जांच कराई थी और उसी जांच की अनुशंसा के आधार पर प्रशासनिक दृष्टि से प्रधान आरक्षक वाजिद वेग और आरक्षक रानू जोशी को वहां से हटाया गया है।

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