लग्न न होने से एक जोड़े ने सम्मेलन में विवाह करने से इनकार कर दिया, तो वहीं दो दुल्हनों के दूल्हा नहीं आए इससे वह इंतजार करती रहीं और कार्यक्रम समाप्त होने के बाद बिना शादी मायूस होकर दोनों युवतियां परिजनो के साथ वापस लौट गईं। इससे युवतियों के परिजनों में नाराजगी दिखी।
मामला मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुए विवाह सम्मेलन का है। शहर के शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 65 जोड़ों के विवाह का यह कार्यक्रम था। जिसमें नपा अशोकनगर क्षेत्र के छह, शाढ़ौरा के दो और अशोकनगर जनपद पंचायत क्षेत्र के 57 जोड़ों ने आवेदन किए थे। लेकिन 62 जोड़े ही शामिल हुए, जिनका विधि-विधान से विवाह सम्पन्न कराया गया और टेंट के नीचे अलग-अलग हवन कुंड बनाकर फेरे कराए गए। साथ ही शादी के बाद दूल्हा-दुल्हनों को पौधे भेंट किए गए। कार्यक्रम में विधायक जजपालसिंह जज्जी, नपाध्यक्ष नीरज मनोरिया, कलेक्टर आर उमा महेश्वरी, जिपं सीईओ डॉ.नेहा जैन, सीईओ संदीप यादव, सीएमओ प्रियंकासिंह मौजूद रहीं।
कार्यक्रम में यह रहा खास
-विवाह कार्यक्रम संपन्न होते ही जनपद पंचायत ने सभी जोड़ों को पौधे भेंट किए और घर पर जाकर इन पौधों को लगाने की आग्रह किया, ताकि पेड़ बन सकें।
-विवाह होने के बाद विधायक-नपाध्यक्ष, कलेक्टर व जिपं सीईओ ने मौके पर ही दूल्हनों के हाथ में योजना अनुसार 49 हजार रुपए का चैक सौंपा।
-कार्यक्रम में पानी की समस्या न हो इसके लिए 10 टैंकर टेंट के दो तरफ रखे गए थे, ताकि भीड़ एकत्रित न हो और लोगों को आसानी से पानी मिल सके।
-गर्मी को देखते हुए कार्यक्रम स्थल में टेंट के चारों कोनों पर चार बडे डेजर्ट कूृलर रखे गए थे, ताकि कार्यक्रम स्थल पर गर्मी से परेशान न होना पड़े।
-जिस जगह पर यह कार्यक्रम हो रहा था, वहीं परिसर में पास में ऊंचाई पर एक पेड़ पर मधुमक्खी का छत्ता लगा था, गनीमत रहीं धुआं नहीं उठा।
विवाह का कार्यक्रम संपन्न हो जाने के बाद कार्यक्रम स्थल पर ही विदाई का कार्यक्रम हुआ, जहां पर दुल्हन पक्ष के परिजन अपनी बेटी को विदा करते समय रोते-सिसकते नजर आए। इसके बाद कई दूल्हा-दुल्हन ट्रैक्टर-ट्राली से रवाना हुए तो नहीं तो कई दूल्हा-दुल्हन बाइक से घर के लिए रवाना हुआ। हालांकि कुछ को ऑटो में बिठाकर परिजनों ने विदा किया।
लग्न नहीं है..निजी तौर पर करेंगे आयोजन
कार्यक्रम में दो पाली में विवाह सम्पन्न हुए, जिसमें चार जोड़े देरी से आए तो उनके कार्यक्रम में उनका विवाह बाद में कराया गया। वहीं तीन जोड़े जिनके विवाह नहीं हुए, उनमें से शाढ़ौरा कस्बे के एक जोड़े ने सम्मेलन में विवाह करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि 22 अप्रेल को उनके विवाह की लग्न नहीं है, 10 मई को लग्न है इसलिए वह निजी तौर पर भव्य आयोजन में शादी करेंगे। वहीं दो जोड़ों के दूल्हा पक्ष में से एक ने अस्पताल में होना बताया तो वहीं एक ने निजी तौर पर भव्य आयोजन में शादी करने की बात कही।
65 जोड़ों में से 62 जोड़े शामिल हुए। जिनमें चार देरी से आए तो उनके बाद में विवाह कराए गए। वहीं एक जोड़े ने कार्यक्रम में शादी करने से इंकार कर दिया और वह जोड़ा आया ही नहीं। इसी तरह दो दुल्हनों के दूल्हा नहीं आए जिनमें से एक के परिजनों ने अस्पताल में होना बताया तो दूसरे ने निजी भव्य आयोजन में शादी करने की बात कही। इससे दोनों युवतियां बिना शादी वापस लौटीं।
संदीप यादव, सीईओ जनपद पंचायत अशोकनगर
सभी जोड़ों को योजना के तहत 49 हजार रुपए दिए जाना थे, इसलिए मौके पर ही सभी दुल्हनों को 49 हजार रुपए के चैक प्रदान किए गए हैं। वहीं सभी को पौधे भी भेंट किए हैं।
आर उमा महेश्वरी, कलेक्टर