आचार्यश्री के आने की सूचना पर बीना से मुनिश्री पदमसागरजी और निर्णयसागरजी ने भी मुंगावली के लिए विहार कर दिया। जो शहर में आचार्यश्री की अगुवानी करेंगे। सोमवार शाम को आचार्यश्री मुनिसंघ के साथ मदऊखेड़ी गांव पहुंचे। जहां से मंगलवार को विहार करेंगे और किरोला गांव होते हुए शाम को मुंगावली पहुंचेंगे। इसके लिए समाज ने शहर को आकर्षक तोरणद्वारों, ध्वजा-पताकाओं से सजाया गया है, वहीं हर चौराहों और सड़कों को भी आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है। वहीं आकर्षक विद्युतसज्जा भी की गई है।
आचार्यश्री की अगुवानी के समाज में उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि समाज ने हर घर में मंगल दीपावली जैसा पर्व मनाने की योजना तैयार की है। इसके लिए शहर की सड़कों पर जगह-जगह कई किमी तक आकर्षक विभिन्न रंगोलियां भी सजाई गई हैं। समाज के संजय सिंघई के मुताबिक आचार्यश्री के शहर में प्रवेश के समय उनके स्वागत के लिए हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराने की योजना भी है, इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।
मंडी में होंगे मंगल प्रवचन-
संजय सिंघई और राजीव भगत के मुताबिक आचार्यश्री पुराना बाजार स्थित संत निवास में रुकेंगे और अतिथियों की व्यवस्था चंद्राप्रभु जिनालय में रहेगी। साथ ही बुधवार को सुबह के समय पुराना बाजार स्थित राममंच पर आचार्यश्री की समाज द्वारा विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाएगी। वहीं आचार्यश्री के आशीष प्रवचन भी होंगे। इसके बाद मंडी परिसर में आचार्यश्री के मंगल प्रवचन होंगे। इसके लिए दोनों ही जगहों पर बड़े-बड़े पांडाल बनाए गए हैं।
दूर से देख सकेंगे लाइव कार्यक्रम-
खास बात यह है कि आचार्यश्री का दोनों जगहों का पूरा कार्यक्रम बड़ी स्क्रीन पर लाइव दिखाया जाएगा। ताकि लोग दूर से भी उनके कार्यक्रम को देख सकें। इसके लिए दोनों कार्यक्रम स्थलों पर चार बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगीं। आचार्यश्री की अगुवानी के दौरान यातायात को व्यवस्थित करने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात होगा।