बुधवार को दोपहर के समय उमरियाडांग निवासी 45 वर्षीय रतनबाई पत्नी हनुमंतसिंह कुशवाह की गांव के ही 20 वर्षीय युवक कल्ला कुशवाह ने पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी। पुलिस ने कल्ला कुशवाह के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। शाढ़ौरा थाना प्रभारी राजेंद्रसिंह छारी ने शव को उठवाकर गांव के ट्रैक्टर-ट्राली से शाढ़ौरा अस्पताल भिजवाया।
इससे लगातार 12 घंटे तक शव शाढ़ौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पीएम के लिए रखा रहा, लेकिन दूसरे दिन डॉक्टर ने शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल ले जाने के लिए कह दिया। इससे मृतका के परिजनों को शव ले जाने के लिए फिर से ट्रैक्टर-ट्राली मांगकर लाना पड़े और उसमें रखकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों के पैनल ने मृतका का पोस्टमार्टम किया। डॉक्टरों के अनुसार मृतका के सिर में चोट है और सिर की हड्डी भी टूटी मिली।
लोगों ने कहा डॉक्टरों का पैनल भी तो पहुंच सकता था शाढ़ौरा-
मृतका के शव को परिजनों द्वारा ट्रैक्टर-ट्राली से रखकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल तक ले जाने के मामले को शहरवासियों ने जिम्मेदारों की अमानवीयता बताया है। भाजपा नेता नीरज मानोरिया का कहना है कि जब डॉक्टरों का पैनल पीएम करने के लिए मुंगावली तक जा सकता है तो 15 किमी दूर शाढ़ौरा तक नहीं जा सकता था क्या।
उनका कहना है कि मृतका गरीब परिवार की थी, इसलिए पुलिस और डॉक्टरों ने मामले को हल्के में लिया। नीरज मानोरिया का कहना है कि इस मामले में शाढ़ौरा थाना प्रभारी और शाढ़ौरा के डॉक्टर भदौरिया की शिकायत कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी।