वारदात ईसागढ़ तहसील के ध्यानपुर चक्क गांव में आदिवासी मोहल्ला सरकारी स्कूल के पास रविवार सुबह की है। जहां पर 11 लोगों ने मिलकर अपने ही कुटुंब के रमदुलिया चक्क निवासी 36 वर्षीय गुरुदेवसिंह पुत्र मक्खनसिंह सिख की दर्दनाक हत्या कर दी। साथ ही आरोपी सुबह करीब साढ़े आठ बजे मृतक के शव को अल्टो जीप में रखकर शहर के देहात थाने पहुंचे। जहां पर थाने के गेट पर अल्टो जीप में शव को छोड़कर थाने से भाग गए। वहीं पीछे से ही मृतक के परिजन पुलिस थाने पहुंचे। बाद में पुलिस ने गुरुदेवसिंह को जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजनों सहित तीन सैंकड़ा से अधिक रिश्तेदार जिला अस्पताल में एकत्रित हो गए। विवाद को देखते हुए पुलिस ने दो सैंकड़ा पुलिसकर्मियों को तैनात किया और तीन डॉक्टरों की पेनल ने मृतक का पीएम किया। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप भी लगाए। बाद में पुलिस ने ध्यानपुर निवासी राजपाल पुत्र निरंजनसिंह, जसपाल पुत्र निरंजनसिंह, निरंजनसिंह, बलवंतसिंह, पवन, गुरुतेज, जसवंत, रमनदीप सहित दो-तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या व आम्र्स एक्ट का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
मृतक के भाई का आरोप, जबरन घर से उठाकर लाए थे आरोपी
मृतक के भाई सुरेंद्रसिंह सिख ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि यह सभी आरोपी सुबह करीब छह बजे सफारी और अल्टो जीप लेकर रमदुलिया गांव पहुंचे और जबरन गुरुदेवसिंह को सफारी गाड़ी में बिठाकर ले गए और सुरेंद्रसिंह पीछे से चिल्लाता रहा। बाद में ध्यानपुरचक्क गांव में सरकारी स्कूल के पास आरोपियों ने तलवार, लाठी और सरिया गुरुदेवसिंह की मारपीट की और पैर में गोली मार दी, वहीं ट्रैक्टर से भी कुचला। लेकिन पीछे से जब उसका भाई सुरेंद्रसिंह पहुंचा तो आरोपी उसे अल्टो जीप में रखकर थाने पहुंचे। मृतक के भाई का कहना है कि उसकी बाइक को भी ट्रैक्टर से कुचल दिया गया। सुरेंद्रसिंह का कहना है कि वारदात के समय उसके भाई के हाथ-पैर बंधे हुए थे।
मृतक के भाई सुरेंद्रसिंह सिख ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि यह सभी आरोपी सुबह करीब छह बजे सफारी और अल्टो जीप लेकर रमदुलिया गांव पहुंचे और जबरन गुरुदेवसिंह को सफारी गाड़ी में बिठाकर ले गए और सुरेंद्रसिंह पीछे से चिल्लाता रहा। बाद में ध्यानपुरचक्क गांव में सरकारी स्कूल के पास आरोपियों ने तलवार, लाठी और सरिया गुरुदेवसिंह की मारपीट की और पैर में गोली मार दी, वहीं ट्रैक्टर से भी कुचला। लेकिन पीछे से जब उसका भाई सुरेंद्रसिंह पहुंचा तो आरोपी उसे अल्टो जीप में रखकर थाने पहुंचे। मृतक के भाई का कहना है कि उसकी बाइक को भी ट्रैक्टर से कुचल दिया गया। सुरेंद्रसिंह का कहना है कि वारदात के समय उसके भाई के हाथ-पैर बंधे हुए थे।
पुलिस पर आरोप: पहले कार्रवाई की होती तो नहीं हो पाती वारदात
मृतक के भाई सुरेंद्रसिंह ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि आरोपियों के पास पुलिस जैसे ही गैर लाईसेंसी रिवॉल्वर और हथियार हैं। जिसकी शिकायत वह लंबे समय से कर रहा है, इन अवैध हथियारों की शिकायत के दस आवेदन वह टीआई को दे चुका है और ईसागढ़ थाने व एसपी से भी शिकायत की। लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। यदि पहले ही कार्रवाई की गई होती तो उसके भाई की जान नहीं जाती।
मृतक के भाई सुरेंद्रसिंह ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि आरोपियों के पास पुलिस जैसे ही गैर लाईसेंसी रिवॉल्वर और हथियार हैं। जिसकी शिकायत वह लंबे समय से कर रहा है, इन अवैध हथियारों की शिकायत के दस आवेदन वह टीआई को दे चुका है और ईसागढ़ थाने व एसपी से भी शिकायत की। लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। यदि पहले ही कार्रवाई की गई होती तो उसके भाई की जान नहीं जाती।
पुलिस को भी किया था कुचलने का प्रयास
खास बात यह है कि इस दर्दनाक हत्या के कई आरोपियों ने पहले तीन अक्टूबर को एक व्यक्ति की रास्ता रोककर मारपीट की थी, इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। घायल ने आरोपियों पर बंदूक तानकर धमकाने का आरोप भी लगाया था। प्रकरण दर्ज कर पुलिस जब छह अक्टूबर को जब ईसागढ़ पुलिस जब गिरफ्तार करने पहुंची तो इन आरोपियों ने पुलिस को भी कुचलने का प्रयास किया था। बाद में पुलिस ने पीछा करके आरोपियों को पकड़ा था।
खास बात यह है कि इस दर्दनाक हत्या के कई आरोपियों ने पहले तीन अक्टूबर को एक व्यक्ति की रास्ता रोककर मारपीट की थी, इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। घायल ने आरोपियों पर बंदूक तानकर धमकाने का आरोप भी लगाया था। प्रकरण दर्ज कर पुलिस जब छह अक्टूबर को जब ईसागढ़ पुलिस जब गिरफ्तार करने पहुंची तो इन आरोपियों ने पुलिस को भी कुचलने का प्रयास किया था। बाद में पुलिस ने पीछा करके आरोपियों को पकड़ा था।
-वर्जन:
-सुबह करीब साढ़े आठ बजे थाने पर एचसीएम था, तभी अल्टो गाड़ी में गुरुदेवसिंह को थाने पर छोड़कर आरोपी भाग गए। पीछे से गुरुदेवसिंह के परिजन भी पहुंचे, जिला अस्पताल ले जाने पर उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मामला ईसागढ़ क्षेत्र का है। –
रोहित दुबे, थाना प्रभारी देहात थाना अशोकनगर
-सुबह करीब साढ़े आठ बजे थाने पर एचसीएम था, तभी अल्टो गाड़ी में गुरुदेवसिंह को थाने पर छोड़कर आरोपी भाग गए। पीछे से गुरुदेवसिंह के परिजन भी पहुंचे, जिला अस्पताल ले जाने पर उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मामला ईसागढ़ क्षेत्र का है। –
रोहित दुबे, थाना प्रभारी देहात थाना अशोकनगर