तुलसी सरोवर कॉलोनी निवासी सावनकुमार अहिरवार पुत्र कैलाश अहिरवार ने सिटी कोतवाली में शिकायत की कि सुबह 11 बजे जब वह गुना पेट्रोल पंप के पास खड़ा था तो एक बाइक से दो लोग आए और उसे धक्का देकर बैग छीन ले गए। बैग में 80 हजार रुपए रखे होना बताया। इससे पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए वरिष्ठ अधिकारियों व अन्य थानों को सूचना दी, साथ ही सावनकुमार द्वारा बताई जगह पर पहुंच सीसीटीवी फुटेज खंगाले लेकिन उसमें न तो लूट की वारदात दिखी और न ही फरियादी दिखा। बाद में पूछताछ में उसने झूठी शिकायत का राज उगल दिया। सावनकुमार नपा में शहरी आजीविका मिशन में काम करता है। कोतवाली प्रभारी नरेंद्र त्रिपाठी के मुताबिक झूठी शिकायत करने पर अब उसके विभाग को विभागीय कार्रवाई करने पत्र लिख रहे हैं।
जहां से रुपए लाना बताया, उसी ने किया इनकार पुलिस को सीसीटीवी में जब लूट की वारदात नहीं दिखी तो सावनकुमार से पूछताछ की, उसने बताया कि अपनी ***** से 8 0 हजार रुपए उधार लेकर आया था और वही रुपए लुटेरे लूट ले गए। इस पर पुलिस ने उसकी बहन को फोन लगाकर जानकारी ली तो बहन ने बताया कि ऐसे कोई रुपए उसने नहीं दिए।
उधारी चुकाने से बचने रची थी झूठी कहानी सावन कुमार ने पुलिस को बताया कि उसने डेढ़ महीने पहले ईसागढ़ के वीरेंद्र परिहार से 5 प्रतिशत ब्याज पर 80 हजार रुपए लिए थे और शिवपुरी के भागप्रसाद को 8 प्रतिशत ब्याज पर दे दिए, लेकिन जब वीरेंद्र ने सख्ती से रुपए मांगना शुरू कर दिए और जब रुपयों की व्यवस्था नहीं हो पाई तो उसने जल्दी उधारी चुकाने से बचने के लिए लूट की यह झूठी कहानी रची।