वारदात शहर की छैघरा कॉलोनी की है। हिम्मतसिंह पुत्र पूरनसिंह जाटव शुक्रवार को घर में ताला लगाकर अपने गांव पीपरी गया हुआ था। शनिवार को सुबह जब मोहल्लेवालों ने घर के ताले टूटे देख हिम्मतसिंह को फोन पर जानकारी दी। हिम्मतसिंह ने सुबह घर पर आकर देखा तो मुख्य गेट और कमरे के ताले टूटे हुए थे और कमरे में रखी अटैची मकान से दूर खेत में पड़ी मिली। हिम्मतसिंह का कहना है कि अटैची में 25 हजार रुपए नगद और करीब 40 हजार रुपए के सोने-चांदी के आभूषण थे, जो चोरी हो चुके हैं। इसके अलावा उसके और उसकी बेटी के नए कपड़े भी चोर ले गए। चोरी की शिकायत हिम्मतसिंह ने पुलिस थाने में की है।
यंहा , लॉज के कमरे से चोरी हुए कपड़े,
एक कर्मचारी ने दूसरे के घर फोन से पूछा कपड़े ठीक बने या नहीं, तो पकड़ी गई चोरी
अशोकनगर. शहर की एक लॉज के कमरे में लॉज मालिक ने अपनी दुकान के नए रेडीमेड कपड़े रखे थे, जो अचानक चोरी हो गए। लेकिन एक कर्मचारी की युक्ति से चोरी तुरंत ही पकड़ी गई। दूसरे कर्मचारी के घर फोन लगाते ही चोरी करने वाले का खुलासा हो गया। बाद में चोरी करने वाले कर्मचारी को पुलिस को सौंप दिया गया।
मामला शहर की मैत्री लॉज का है। लॉज के दो खाली कमरों में लॉज मालिक विनोद मोदी ने अपनी दुकान के रेडीमेड कपड़े रख दिए थे और दोनों कमरों में ताला लगा दिया। जब लॉज का मैनेजर खाना खाने गया, उसी समय कमरों में रखे डिब्बों में से कपड़े चोरी हो गए लेकिन डिब्बे ठीक उसी तरह से रखे गए जैसा उन्हें रखा गया था।
खाली डिब्बा मिलने पर लॉज मालिक ने वहां काम करने वाले कर्मचारियों को बुलाकर पूछा तो माखन नाम के कर्मचारी को कर्मचारी राजकुमार लोधी पर शक हुआ और उससे पूछा, लेकिन राजकुमार ने इंकार कर दिया। इससे माखन ने राजकुमार के घर पर फोन लगाकर पूछा कि जो कपड़े पहुंचाए हैं वह ठीक बन गए या नहीं, तो परिजनों ने कह दिया कुछ छोटे हैं। इससे कर्मचारी राजकुमार की चोरी पकड़ी गई। लॉज मालिक ने राजकुमार को पुलिस को सौंप दिया। राजकुमार दो महीने से लॉज पर काम कर रहा था।