वारदात क्षेत्र के बुढिय़ा गांव में हनुमानजी के मंदिर की है। सुबह पांच बजे गांव में प्रभातफेरी निकाली जाती है। सुबह प्रभातफेरी निकालने वाले रणवीर यादव, परमालसिंह यादव और जितेंद्र यादव ने बताया कि सुबह पांच बजे मंदिर पहुंचे तो मुख्य गेट का ताला गायब था और मंदिर में अंधेरा था, जबकि गांव में लाइट जल रही थी।
मंदिर गांव से करीब 200 मीटर दूर है और वहां पर कोई नहीं रहता है। चोरों ने पहले तो मंदिर की लाइट काटी और फिर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। ग्रामीणों के मुताबिक मंदिर से करीब 70 हजार रुपए कीमत के सोने-चांदी के आभूषण गायब हैं। मंदिर में चोरी की जानकारी लगते ही एसडीओपी लक्ष्मीसिंह, थाना प्रभारी कैलाशचंद शर्मा मौके पर पहुंचे। बाद में एफएसएल अधिकारी और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की।
चि_ी मिली, जिसमें लिखा है माफ करना-
ग्रामीणों के बताया कि मंदिर के अंदर एक पर्ची भी मिली है, जिसमें लिखा है कि हनुमानजी चरण स्पर्श आप मेरी लाज रखना और न्याय करना, आपका धर्म है उचित न्याय करना। ग्रामीणों का कहना है कि इस चि_ी को पढ़कर ऐसा लगता है कि चोर ने चोरी के बाद भगवान से माफी भी मांगी है। ग्रामीणों और पुलिस को यह चि_ी असमंजस में डालती नजर आ रही है, कि यह चि_ी चोर की है या फिर किसी अन्य व्यक्ति की।
शराब की बोतल मिली है। जिसने भी चोरी की उसने पहले से ही प्लानिंग कर रखी थी। चोर कम पढ़े-लिखे होंगे, जिन्होंने चि_ी छोड़ी है। या फिर चोरी करने के बाद अपने आप पर ग्लानि हुई होगी, इसलिए उसने माफी मांग कर चि_ी छोड़ दी। मामले की जांच चल रही है।
आरसी अहिरवार, एसएफएल अधिकारी गुना
मुझे लगता है कि चोरी को अंजाम देने वाले स्थानीय लोग हो सकते हैं। पास में शराब की खाली बोतल मिली है। इससे लगता है कि चोर शराबी है और चोर की तलाश की जा रही है। चोर को जल्दी ट्रेस करेंगे, जो चि_ी मिली है उस पर किसी के दस्तखत नहीं है। चि_ी तो कोई भी छोड़ सकता है, पकडऩे पर हैंडराईटिंग से चैक करेंगे।
कैलाशचंद्र शर्मा, थाना प्रभारी कदवाया