शहर में अप्रैल 2017 से नपा द्वारा बस स्टैंड पर आने वाली प्रत्येक बस से रोजाना 25 रुपए सुविधाओं के नाम पर वसूले जाते हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। बस स्टैण्ड निर्माण के समय पेयजल के लिए प्याऊ भी बनाए गए थे, लेकिन इनमें पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई। नतीजतन कुछ महीने बाद ही प्याऊ की टोंटियां ही गायब हो गईं और पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। इससे बस स्टैण्ड पर यात्री वहां संचालित होटलों के भरोसे हैं। इन होटलों और दुकानों पर या तो यात्रियों को पानी खरीदना पड़ता है या फिर अपनी प्यास बुझाने के लिए पहले चाय या नाश्ते का ऑर्डर देना पड़ता है, इसके बाद भी उन्हें होटलों से पीने का पानी मिलता है। यही स्थिति मुंगावली के बस स्टैण्ड की है, जहां पर पीने के पानी की व्यवस्था न होने से यात्रियों को प्यास बुझाने के लिए होटलों पर मजबूरी में चाय या नाश्ता खरीदना पड़ता है। वहीं बंगलाचौराहा में भी पेयजल की कोई सार्वजनिक व्यवस्था नहीं है। जबकि करीला मेले के दौरान सबसे ज्यादा भीड़ अशोकनगर व मुंगावली के बस स्टैंड और बंगलाचौराहा पर रहती है। आज से मेला शुरू हो जाएगा, लेकिन अब तक इन मुख्य जगहों पर पेयजल की कोई व्यवस्था ही नहीं हुई है। वहीं पहुंच मार्गों पर पहले संबंधित ग्राम पंचायतों को पेयजल की जिम्मेदारी दी जाती थी और ग्रामीण भी खुद टैंकर लगाकर पानी की व्यवस्था करते थे। लेकिन इस बार पहुंच मार्गों पर प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया, इससे पेयजल की व्यवस्था ग्रामीणों के भरोसे रहेगी।
10 प्याऊ बंद, ज्यादातर में टोंटी भी नहीं स्टेशनों पर भी श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ रहती है। मुंगावली स्टेशन पर तो प्लेटफॉर्म क्रमांक एक पर सभी प्याऊ चालू हैं और उनमें 24 घंटे पानी मिलने की व्यवस्था रहती है, लेकिन प्लेटफॉर्म क्रमांक दो पर पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं अशोकनगर स्टेशन पर प्लेटफॉर्म क्रमांक एक पर रेलवे के सात प्याऊ हैं, जिनमें से सिर्फ दो प्याऊ ही चालू हैं, वहीं प्लेटफॉर्म क्रमांक दो रेलवे के पांच प्याऊ हैं और सभी बंद पड़े हुए हैं, सिर्फ आनंदपुर ट्रस्ट का एक प्याऊ ही चालू हैं जो शाम को बंद हो जाता है। इससे स्टेशन पर श्रद्धालुओं को पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ेगा। जबकि दोनों ही प्लेटफॉर्मो पर ट्रेनें रुकती हैं, इसके बावजूद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सुरक्षा: पुराने अनुभवी जवानों को भी बुलाया करीला मेले में आने वाली 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मेले में एक हजार पुलिस जवान तैनात रहेंगे, इसके अलावा होमगार्ड और फॉरेस्ट के 200 जवानों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। साथ हही तीन एडिशनल एसपी और नौं डीएसपी रैंक के अधिकारी भी रहेंगे। एडिशनल एसपी सुधीर शिवहरे के मुताबिक एक हजार पुलिस जवानों की मांग की गई है, इसके लिए पुलिस जवानों का आना शुरू हो गया है। रात तक 900 पुलिस जवान जिले में आ जाएंगे, जिन्हें करीला भेजा जा रहा है। इसके अलावा जिले की पुलिस भी रहेगी। एडिशनल एसपी का कहना है कि मेले में पहले ड्यूटी दे चुके और अनुभवी पुलिस अधिकारियों और जवानों को भी बुलाया गया है। ताकि सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था हो सकें।