रात 10 बजे 06 जनवरी को चंदेरी तहसील के कूवगढ़ गांव के 30 से अधिक लोग एक ट्रेक्टर ट्राली से देवनारायण धाम पर चल रही रामलीला देखने के लिए जा रहे थे। मामोन व भरका गांव के बीच देवनारायण से कुछ दूरी पहले ही मुरम के रास्ते पर ट्रेक्टर अचानक अनियंत्रित हो गया और सड़क से नीचे उतरकर खाई में पलट गया।
जिससे कुछ लोग तो इधर उधर फिक गए और कुछ लोग ट्रेक्टर-ट्राली के नीचे दब गए। घायल करीब 10 मिनिट तक ट्रेक्टर-ट्राली के नीचे दबे रहे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने ट्रेक्टर ट्राली को उठाकर दबे हुए लोगों को बाहर निकाला और उपचार के लिए चंदेरी अस्पताल भेजा जहां से गंभीर घायलों को जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। इस दौरान धर्मेन्द्र (20) पुत्र अचलसिंह कीे उपचार के लिए ललितपुर ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई एवं बंटी 18) पुत्र जगदीश गुर्जर की अशोकनगर अस्पताल लाते समय मौत हो गई।
घटना में यह हुए घायल
ट्राली के नीचे दबने से शांति बाई पत्नि हनुमंत गुर्जर, कम्मा बाई पत्नि दंगसिंह, ओमबती, मोतीबाई पत्नि संतोष सिंह, प्राणसिंह पुत्र जसवंत सिंह, मोहरसिंह पुत्र लखन सिंह, प्रवेश बाई पत्नि हरिसिंह, दीपू पुत्र हनुमंत, धनपा पत्नि जिहान सिंह, बबीता बाई पत्नि प्राणसिंह, हनुमंत सिंह, सीताबाई सभी निवासी कूवगढ़, रामग्रेश बाई व सुनीता निवासी शिवपुरी गंभीर घायल हुए है। इसके साथ ही अन्य लोगों को छुटपुट चोट आई है।
ट्राली के नीचे दबने से शांति बाई पत्नि हनुमंत गुर्जर, कम्मा बाई पत्नि दंगसिंह, ओमबती, मोतीबाई पत्नि संतोष सिंह, प्राणसिंह पुत्र जसवंत सिंह, मोहरसिंह पुत्र लखन सिंह, प्रवेश बाई पत्नि हरिसिंह, दीपू पुत्र हनुमंत, धनपा पत्नि जिहान सिंह, बबीता बाई पत्नि प्राणसिंह, हनुमंत सिंह, सीताबाई सभी निवासी कूवगढ़, रामग्रेश बाई व सुनीता निवासी शिवपुरी गंभीर घायल हुए है। इसके साथ ही अन्य लोगों को छुटपुट चोट आई है।
6 माह व 2 साल के बच्चे भी दबे रहे नहीं आई खरोंच
घटना मेें एक ६ माह व एक २ साल का बच्चा अपनी मां एवं दादी के साथ दस मिनिट तक ट्राली के नीचे दबे रहे लेकिन दोनों महिलाओं ने बच्चों को घायल नहीं होने दिया वह अपने ऊपर ट्राली का वजन सहन कर उन्हें अपने सीने से दबाए रही।
घटना मेें एक ६ माह व एक २ साल का बच्चा अपनी मां एवं दादी के साथ दस मिनिट तक ट्राली के नीचे दबे रहे लेकिन दोनों महिलाओं ने बच्चों को घायल नहीं होने दिया वह अपने ऊपर ट्राली का वजन सहन कर उन्हें अपने सीने से दबाए रही।
घायल महिला ओमवती पत्नी नथन सिंह ने बताया कि उनके साथ में उनका 6 महीने का बच्चा था तथा दूसरा दो बर्षीय सौरभ अपनी दादी के साथ में ट्राली में बैठे हुए थे जब ट्रेक्टर-ट्राली पलटे तो यह दोनो भी उसमें दब गए लेकिन बच्चों को खरोंच तक नहीं आई है। दोनों महिलाएं बच्चों को सीने से लगाकर१० मिनिट तक खुद ट्राली का वजन सहन कर दबी रहीं। लोगों ने ट्राली को उठाया और उन्हें सुरक्षित निकाला।
ट्रेक्टर पर बैठे थे दस लोग
ट्रेक्टर-ट्राली दोनो में करीब 30 से अधिक सवारी थी जिसमें अकेले ट्रेक्टर पर ही १० लोग बैठे हुए थे। ट्रेक्टर मालिक रामबाबू खुद ट्रेक्टर चला रहा था पास में ही मामा व वुआ के लड़के धर्मेन्द्र एवं बंटी भी बैठे हुए थे। किसी बात पर रामबाबू ने पीछे पलटकर देखा तो ट्रेक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया।
ट्रेक्टर-ट्राली दोनो में करीब 30 से अधिक सवारी थी जिसमें अकेले ट्रेक्टर पर ही १० लोग बैठे हुए थे। ट्रेक्टर मालिक रामबाबू खुद ट्रेक्टर चला रहा था पास में ही मामा व वुआ के लड़के धर्मेन्द्र एवं बंटी भी बैठे हुए थे। किसी बात पर रामबाबू ने पीछे पलटकर देखा तो ट्रेक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया।
जिससे धर्मेन्द्र और बंटी की ट्रेक्टर के नीचे दबने से मौत हो गई। सबसे ज्यादा घायल ट्रेक्टर पर बैठे लोग हुए है। घटना में घायल मोहर सिंह (१३) ने बताया कि वह अपने भाई शोभरन के साथ मोटरसाइकिल से रामलीला देखने आ रहे थे लेकिन सबने बोला कि ट्रेक्टर से चलो इससे वह ट्रेक्टर में बैठ गए और घायल हो गए।
आपबीती
गांव के सभी लोगों को घर-घर से बुलाकर रामलीला देखने के लिए निकले थे। देवनारायणपुर पहुंचने ही वाले थे कि पता ही नहीं चला और अचानक ट्रेक्टर-ट्राली पलट गए १० मिनिट तक ट्राली के नीचे दबे रहे अन्य लोग भी मेरे ऊपर पड़े हुए थे लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे गांव के लोगों ने आकर हमे बचा लिया।
– प्राणसिंह घायल
गांव के सभी लोगों को घर-घर से बुलाकर रामलीला देखने के लिए निकले थे। देवनारायणपुर पहुंचने ही वाले थे कि पता ही नहीं चला और अचानक ट्रेक्टर-ट्राली पलट गए १० मिनिट तक ट्राली के नीचे दबे रहे अन्य लोग भी मेरे ऊपर पड़े हुए थे लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे गांव के लोगों ने आकर हमे बचा लिया।
– प्राणसिंह घायल
ट्रेक्टर-ट्राली में 30 के लगभग लोग बैठे हुए थे जैसे ही ट्राली पलटी सब लोग दब गए थे और रो रहे थे। हम उठने का प्रयास कर रहे थे लेकिन ट्राली ऊपर पड़ी होने से उठ नहीं पा रहे थे किसी का पैर दबा हुआ था तो किसी का छाती, मुंह दबा हुआ था। लोगों ने ट्राली हटाई तब निकल सके ।
– धनपाल गुर्जर घायल
– धनपाल गुर्जर घायल