मजदूरों के 44 श्रम कानूनों को मालिकों के पक्ष में चार श्रम संहिता के रुप में लागू किया जा रहा है। जिनके तहत मजदूरों के 8 घंटे काम के अधिकार को 12 घंटे कर दिया गया। उन्हें यूनियन बनाने, हड़ताल करने अपनी हक की बात कहने का अधिकार लगभग खत्म कर दिए गये।
उन्होंने कहा कि आम जनता को बहुत हद तक सस्ती सेवाएं व रोजगार देने वाले तमाम सार्वजनिक उपक्रमों जैसे रेलवे, बैंक, बीमा, भेल, गेल, आयुध कारखाने, बीपीसीएल आदि के निजीकरण की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। एयर इंडिया को निजी हाथों में पहले ही दिया जा चुका है। सीटू के जिलाध्यक्ष गणेशराम रजक ने बताया कि यह आम हड़ताल एक ऐसे समय पर बुलाई गई है, जब सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते खाने पीने की वस्तुओं सहित तमाम उत्पादों और सेवाओं में महंगाई भयंकर रूप से बढ़ रही है। भयावह बेरोजगारी से देश की आम जनता त्रस्त है। खाने-पीने की आवश्यक वस्तुएं-दवाएं, बिजली बिल, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस को महंगे से महंगा कर दिया गया है। उन्होंने प्रदेश के मजदूर किसानों छात्र नौजवानों महिलाओं कर्मचारियों व तमाम मेहनतकश तबके व्यापारियों से इस दो दिवसीय हड़ताल में शामिल होने की अपील की। ताकि जनआंदोलन के माध्यम से सरकार को इन जनविरोधी नीतियों को वापस लेने के लिए मजबूर किया जा सके। इस दौरान एलआइसी के दिनेश सेन, गजेन्द्र नामदेव सहित अन्य उपस्थित रहे।
इधर, बालिका की कुएं में डूूबने से मौत नईसराय. बुआ के घर पढ़ाई करने के लिए आई एक बालिका की कुएं में डूबने से मौत हो गई। बताया जाता है कि बालिका कुएं पर पानी भरने गई थी इसी दौरान उसका पैर फिसल गया। इससे वह कुएं में गिर गई और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है ।
थाना प्रभारी पूनम सेलर ने बताया कि शिवपुरी जिले के मैघोना गांव निवासी 11 वर्षीय राधिका पाल कलुआ खेड़ी में अपने बुआ के घर रहकर पढ़ाई कर रही थी। रविवार शाम लगभग पांच बजे राधिका घर के पास स्थित कुएं पर पानी भरने गई थी। इसी दौरान वह कुएं में जा गिरी। आवाज सुनकर बालिका के फूफा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की सहायता से राधिका को कुएं से निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद डायल हंड्रेड को घटना की सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। सोमवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।