इस मामले में महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी कर कलेक्टर से स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने एचआइवी टेस्ट करानेवाले सीएमएचओ पर कार्रवाई की है। विभाग ने उनको जिले से हटा दिया है। उन्हें भोपाल संचालनालय भेज दिया गया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी कर कहा है कि जिला प्रशासन का निर्णय मनमाना व निंदनीय है। महिला के पेशे को उसके चरित्र से जोडऩा गलत है। आयोग ने कहा कि ऐसे निर्णय लेने व महिला नृत्यांगनाअें की भावनाओं को ठेस के लिए जिला प्रशासन के खिलाफ लगे आरोपों पर लिखित स्पष्टीकरण की आवश्यकता है। यही वजह है कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने कलेक्टर से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है।
इधर कलेक्टर आर उमा महेश्वरी का इस मामले में कहना है कि राष्ट्रीय महिला आयोग का नोटिस आया है। उन्होंने बताया कि हमने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया था और न हमारी तरफ से ऐसा कोई आदेश था। खबरें प्रकाशित होने पर ही हमें इस मामले का बाद में पता चला।
एचआईवी टेस्ट करानेवाले सीएमएचओ को हटाकर भोपाल भेजा, अपर संचालक ने की कार्रवाई— करीला जैसे धार्मिक स्थान पर नृत्यांगनाओं का एचआइवी टेस्ट कराने के मामले ने तूल पकड़ा और लोगों ने विरोध शुरू किया तो स्वास्थ्य विभाग ने सीएमएचओ पर कार्रवाई की है। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं के अपर संचालक अजीजा सरशार जफर ने सीएमएचओ डॉ. नीरजकुमार छारी का ट्रांसफर भोपाल संचालनालय में कर दिया है। अगले आदेश तक डॉ. नीरजकुमार छारी भोपाल संचालनालय में ही पदस्थ रहेंगे।