पर्यावरण संरक्षण के लिए नपा ने यह पहल की है। लोगों को पेड़ों को महत्व समझाने और पौधे लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए यह पहल शुरू की है। इसके लिए नपा ने आदेश जारी कर दिया है, साथ ही कई मुख्य कार्यों के लिए पौधरोपण की संख्या निर्धारित कर दी है।
पौधों को लगा सकेंगें
सीएमओ के मुताबिक जैसे ही लोगों के आवेदन आएंगे तो सबसे पहले उन्हें पौधे लगाने की अनिवार्यता बताई जाएगी, साथ ही पौधे लगने के बाद ही उन्हें इन कार्यों की स्वीकृति दी जाएगी। साथ ही नपा के कर्मचारी उस जगह पर जाकर जांच भी करेंगे, यदि किसी ने पौधे नहीं लगाए तो उसे स्वीकृति नहीं दी जाएगी।
छोटी सड़कों के लिए दो पौधे और बड़ी सड़कों के लिए पांच पौधे लगवाना अनिवार्य किया गया है। हालांकि पौधे कहां लगाना है, उस स्थान का चयन लोगों को खुद ही करना है, इसके लिए नपा द्वारा किसी विशेष स्थान चिन्हित नहीं किया गया है। इससे लोग जहां भी जगह मिलेगी, वहां इन पौधों को लगा सकेंगें।
पर्यावरण संरक्षण में विशेष भूमिका निभाएंगे
सीएमओ शमशाद पठान के मुताबिक कलेक्टर डॉ.मंजू शर्मा ने शहर में हरियाली बढ़ाने और लोगों को खुद पौधे लगाने व उन पौधों की सुरक्षा के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। इसी वजह से शहर में यह पहल की गई है। इससे शहरवासी जहां बढ़ी संख्या में पौधे लग जाएंगे, तो वहीं भविष्य में शहर की हरियाली में भी बढ़ोत्तरी होगी। साथ ही लोग पेड़ों के महत्व को भी समझेंगे। शहरवासियों द्वारा लगाए गए यह पौधे भविष्य में पर्यावरण संरक्षण में विशेष भूमिका निभाएंगे।
डिवाइडर बनाने का काम शुरू कर दिया
केंद्रीय सड़क निधि से पीडब्ल्यूडी द्वारा शहर में वायपास पर बनवाई जा रही फोरलेन सीसी रोड का निर्माण भी करीब 80 फीसदी से अधिक पूर्ण हो चुका है। निर्माण एजेंसी ने अब फोरलेन वायपास रोड पर सीमेंट कांक्रीट से डिवाइडर बनाने का काम शुरू कर दिया है।
डिवाइडर में काली मिट्टी भरकर उसमें सुंदर पौधे लगाए जाएंगे। वायपास पर राजमाता चौराहा से बस स्टैंड तक के हिस्से पर डिवाइडर में पौधे लगाने की योजना बनाई है और जल्दी ही इनमें पौधे लगाने का काम भी शुरू हो जाएगा। फोरलेन सीसी रोड बन जाने से जहां वायपास पर कीचड़ की समस्या खत्म हो जाएगी, तो वहीं डिवाइडर में पौधे लगने से सड़क सहित शहर की खूबसूरती भी बढ़ेगी।
गोबर की लकड़ी का करें इस्तेमाल
नपा ने शहर के सार्वजनिक स्थानों पर सूचना चस्पा की है कि पेड़ों की लकड़ी की वजाय गोबर से बनी लकड़ी का इस्तेमाल करें। साथ ही शमशान घाट पर भी बोर्ड लगाकर यह सूचना चस्पा की है, जिसमें नपा ने लिखा है कि अंतिम संस्कार के दौरान लकड़ी की जगह गोबर से बनी लकड़ी और कंडों का इस्तेमाल करें।
पेड़ों के महत्व को समझाना है
शहर में दयोदय पशु सेवा केंद्र द्वारा गोबर से लकडि़एं बनाई जा रही हैं और नपा सीएमओ का कहना है कि लोगों का सरल तरीके से गोबर की बनी लकडिय़ां मिल सकें, इसके लिए शमशान घाट में एक कमरा भी उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि वहां पर गोबर की लकडिय़ां उपलब्ध कराने की व्यवस्था हो सके। इसका मुख्य उद्देश्य पेड़ों की कटाई को रोकना और लोगों को पेड़ों के महत्व को समझाना है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए कलेक्टर के निर्देश पर यह पहल की गई है। नल कनेक्शन और आवास के लिए दो पौधे और सड़क निर्माण के लिए ठेकेदारों को पांच पौधे लगाना अनिवार्य किया गया है। वहीं लकड़ी का इस्तेमाल रोकने शमशानघाट पर गोबर से बनी लकडिय़ों के इस्तेमाल के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है। इसके लिए वहां पर सूचना चस्पा कर दी गई है।
शमशाद पठान, सीएमओ नपा अशोकनगर