रविवार सुबह 11 बजे के लगभग इशाक मोहम्मद की भैंसे चंदेरी रोड ईदगाह के पास से गुजर रही थी, इसी दौरान एक भैंस विद्युत पोल के सपोर्ट के लिए लगे तारों के संपर्क में आ गई। इससे भैंस की मौके पर मौत हो गई। भैंस को करंट इतना जबरदस्त लगा कि भैंस की गर्दन में तारों का गहरा घाव बन गया था। आस पास के लोगों ने इसकी सूचना विभाग को दी तो विभाग के कर्मचारी आए और उन तारों में प्लास्टिक के पाइप बांधे। अगर यह प्लास्टिक के पाइप विभाग पहले ही बंधवा देता तो यह हादसा नही होता। बबलू चौधरी ने बताया कि भैंस 25 दिन पहले ही ब्यानी थी। भैंस की कीमत लगभग 75 हजार रुपए थी, विद्युत विभाग के लापरवाही से भैंस की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने भैंस का पीएम करवाया।
रिहायशी इलाकों में भी पोल में दौड़ रहा करंट मेंटनेंस के नाम पर बिजली कटौती कर किए जाने वाले कार्य पर अब लोग सवाल उठाने लगे हैं, कि घंटों तक मेंटनेंस के नाम पर बिजली कटौती कर जो कार्य किए जाते थे, वह क्या सिर्फ दिखावा थे। नगर की कई बस्तियों में लगे विद्युत पोलों में करंट दौड़ रहा है। गुरुवार को पुराना बाजार में लगे एक बिजली पोल में आ रहे करंट की चपेट में हफीज खान की गाय आ गई जिससे उसकी भी मौत हो गई। सूचना के बाद विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने विद्युत सप्लाई बंद की और पोल में आ रहे करंट को सुधारा।
नगर परिषद की जुगाड़ से भी हादसों को न्योता वार्ड नंबर 06 में नगर परिषद की लापरवाही भी सामने आई हैं। जहां नगर परिषद ने विद्युत पोल से स्ट्रीट जलाने जुगाड़ की है। जो हादसों को न्यौता दे रही है। जहां लोहे के विद्युत पोल के पास नगर परिषद ने स्ट्रीट जलाने के लिए एक खुली चटकनी लगा दी है, इससे बारिश के समय पोल में करंट फैल सकता है और हादसा भी हो सकता है। विद्युत पोल के पास से लगातार लोगों को आना जाना लगा रहता है। इसपर लोगों ने सवाल खड़े किए हैं कि अगर जिम्मेदार विभाग की लापरवाही से कोई हादसा हुआ तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।